2000 की नोटबंदी का पूर्व आर्थिक सलाहकार ने किया समर्थन, गिनाये फायदे
भारत सरकार के पूर्व चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉक्टर कृष्णामूर्ति सुब्रमण्यम ने सरकार के फैसले को सही कदम बताया है। उन्होंने इसे सही कदम बताते हुए छह कारण बताएं हैं।
Team News Danka
Published on: Sat 20th May 2023, 02:18 PM
भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोट को बंद कर दिया है। जहां कुछ लोग इसे परेशानी बता रहे हैं।वहीं, भारत सरकार के पूर्व चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉक्टर कृष्णामूर्ति सुब्रमण्यम ने सरकार के फैसले को सही कदम बताया है। उन्होंने इसे सही कदम बताते हुए छह कारण बताएं हैं। हालांकि, 2000 के नोट को बंद करने से किसी को कोई परेशानी नहीं होने वाली है। क्योंकि 2000 के नोटों को 30 सितंबर तक बदला जाएगा। साथ एक बार में 20 हजार तक बदला जा सकता है।
गौरतलब है कि आरबीआई ने शुक्रवार को 2000 की नोट को चलन से वापस ले लिया। इसके बाद जहां इसको लेकर सियासत तेज हो गई है। वहीं, इसके फायदे भी गिनाये जा रहे हैं। पूर्व ची मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉक्टर कृष्णामूर्ति सुब्रमण्यम ने इसके छह फायदा बताया है। उन्होंने कहा है कि जहां भी छापेमारी मारी की जाती है वहां 2000 के नोट पाए जाते हैं। यानी कहा जा सकता है कि इन नोटों का इस्तेमाल जमाखोरी के लिए किया जा रहा है। बता दें कि डॉक्टर कृष्णामूर्ति सुब्रमण्यम 2018-2021 तक भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकर थे।
इसके छह फायदा बताया
1-कई स्थानों पर छापा मारी के दौरान 2000 के नोट बड़ी मात्रा में बरामद किये गए है। ऐसे माना जा रहा है कि लोग एक बार फिर 2000 के नोटों का इस्तेमाल जमाखोरी के लिए करने लगे हैं।
2-कदम से आम लोगों को कोई भी समस्या नहीं होने वाली है।क्योंकि लेन देन में बड़ी मात्रा में 2000 के नोटों का इस्तेमाल लंबे समय से नहीं किया जा रहा है।
3-डिजिटल पेमेंट की वजह से भी दो हजार के नोट ही नहीं अन्य नोटों का लेन देन कम हुआ है। हालांकि अन्य नोटों की अपेक्षा दो हजार की नोट में यह गिरावट सबसे ज्यादा है। क्योंकि लोग बड़ी संख्या में डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं।
4-दो हजार के नोट के बजाय 500 नोट के चलन में ज्यादा है। पांच सौ के नोट का लोग ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।
5-डिजिटल भुगतान 2026 तक 3 गुना बढ़ने की है। जिसकी वजह से आने वाले समय में दो हजार के नोट की आवश्यकता कम हो सकती है।
6-सबसे बड़ी बात यह है कि आरबीआई ने कहा है कि दो हजार नोट अवैध नहीं बल्कि वैध मुद्रा बनी रहेगी। इस नोट को 30 सितंबर तक जमा या बदला जा सकता है। हालांकि इस तारीख को बढ़ाया भी जा सकता है।