​NSE की पूर्व CEO: ​घर पर IT​​ की छापामारी, गोपनीय जानकारी देने के आरोप

रामकृष्ण एनएसई का पांच वर्षों का कारोबारी अनुमान, वित्तीय स्थिति, डिविडेंड रेश्यो, कारोबारी योजनाएं, बोर्ड का एजेंडा, विचार-विमर्श और अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी बाबा से साझा करती थीं।

​NSE की पूर्व CEO: ​घर पर IT​​ की छापामारी, गोपनीय जानकारी देने के आरोप

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के मुंबई के घर पर इनकम टैक्स की ओर से छापामारी की गयी। पूर्व सीईओ पर अपने एक अध्यात्मिक गुरु से कारोबार की गोपनीय जानकारी साझा करने का गंभीर आरोप लगा है। चित्रा के अनुसार अध्यात्मिक गुरु हिमालय का एक अदृश्य योगी है। अपने अदृश्य गुरु के कहने पर ही चित्रा रामकृष्ण ने आनंद सुब्रमण्यम को NSE में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त किया था।

चित्रा रामकृष्ण के अनुसार बाबा की इस मेल आईडी में ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद के आगे के दो अक्षर हैं। रामकृष्ण ने कुछ अत्यधिक महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट और बिजनस से जुड़े फैसलों में इस बाबा से निर्देश लिए। इन कई निर्देशों में से एक में बाबा ने चित्रा से आनंद सुब्रमण्यम को एक्सचेंज में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त करने के लिए कहा था। इसके साथ ही बाबा ने सुब्रमण्यम की नियुक्ति के पहले वर्ष में ही उसे तीन इंक्रीमेंट देने का भी निर्देश दिया था।

गौरतलब है कि सुब्रमण्यम भारत के सबसे बड़े एक्सचेंज के ‘प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्ति’ के रूप में चिह्नित नहीं थे, लेकिन उनकी पहुंच एनएसई के सबसे गोपनीय मामलों तक हो गई थी। इन सब बातों का खुलासा बाजार नियामक सेबी (Sebi) द्वारा की गई जांच से हुआ है। एनएसई की रिपोर्ट से सामने आया कि रामकृष्ण एनएसई का पांच वर्षों का कारोबारी अनुमान, वित्तीय स्थिति, डिविडेंड रेश्यो, कारोबारी योजनाएं, बोर्ड का एजेंडा, विचार-विमर्श और अन्य कई महत्वपूर्ण जान​​कारियां भी बाबा से साझा करती थीं।

सेबी ने अपने 190 पन्नों के आदेश में पाया कि बाबा ने उन्हें सुब्रमण्यम को नियुक्त करने के लिए निर्देशित किया। इस मामले में कार्रवाई करते हुए सेबी ने रामकृष्ण और सुब्रमण्यन के साथ ही एनएसई और उसके पूर्व प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि नारायण तथा अन्य पर भी जुर्माना लगाया।  
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