उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम जन्मभूमि मंदिर (राम मंदिर) का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है|नक्सल गतिविधियों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाला गढ़चिरौली जिला अब अयोध्या की ऐतिहासिक इमारत का गवाह बनेगा| रामलला के भव्य मंदिर के मुख्य द्वार के लिए गढ़चिरौली जिले की बेशकीमती सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा|
गढ़चिरौली जिले में अलापल्ली के जंगल: महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले की सागौन की लकड़ी को भारत में सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली लकड़ी माना जाता है। लार्सन टूब्रो, टी.सी. ई और ट्रस्ट के इंजीनियरों ने किया। फिर मंदिर के लिए लकड़ी के इस्तेमाल को हरी झंडी दे दी गई। राम मंदिर निर्माण के लिए जरूरी गोल लकड़ी और चूरा की आपूर्ति गढ़चिरौली जिले के आलापल्ली के जंगल से की जाएगी|
29 मार्च को भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा: ग्रेड 3 सागौन सबसे अच्छा है। यह गुणवत्ता वाला सागौन केवल अलापल्ली के जंगलों में पाया जाता है, इसलिए पूरी दुनिया में इसकी मांग है। मंदिर के लिए 1855 घन फीट लकड़ी अलापल्ली से बल्लारपुर डिपो पहुंचेगी। उसके बाद 29 मार्च को शोभायात्रा निकाली जाएगी।
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