गढ़चिरौली जिला अब अयोध्या की ऐतिहासिक इमारत का बनेगा गवाह ! 

नक्सल गतिविधियों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाला गढ़चिरौली जिला अब अयोध्या की ऐतिहासिक इमारत का गवाह बनेगा|

गढ़चिरौली जिला अब अयोध्या की ऐतिहासिक इमारत का बनेगा गवाह ! 

Gadchiroli district will now witness the historic building of Ayodhya!

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम जन्मभूमि मंदिर (राम मंदिर) का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है|नक्सल गतिविधियों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाला गढ़चिरौली जिला अब अयोध्या की ऐतिहासिक इमारत का गवाह बनेगा| रामलला के भव्य मंदिर के मुख्य द्वार के लिए गढ़चिरौली जिले की बेशकीमती सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा|

अनुमान है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 2024 तक पूरा हो जाएगा। करोड़ों राम भक्तों का लंबा सपना अब पूरा होने जा रहा है| उस मंदिर में राम मंदिर के लिए कई कीमती सामान स्थापित होने वाले हैं. खास बात यह है कि राम मंदिर का मुख्य द्वार सागौन की लकड़ी से बनाया जाएगा।
1855 क्यूबिक फीट सागौन की लकड़ी भेजेंगे : इस सागौन की लकड़ी की खासियत यह है कि यह ग्रेड 3 सागौन है। जो उत्तम श्रेणी का है और यह लकड़ी गढ़चिरौली जिले के अलापल्ली के जंगलों में ही पाई जाती है। इसलिए अलापल्ली की सागौन की लकड़ी की दुनिया भर में मांग है। इस बेशकीमती सागौन का इस्तेमाल अब अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के लिए भी किया जाएगा| इसके लिए 1855 घन फीट सागौन की लकड़ी भेजी जाएगी। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर के दरवाजे के लिए सबसे अच्छी लकड़ी की जानकारी दी है।


गढ़चिरौली जिले में अलापल्ली के जंगल:
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले की सागौन की लकड़ी को भारत में सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली लकड़ी माना जाता है। लार्सन टूब्रो, टी.सी. ई और ट्रस्ट के इंजीनियरों ने किया। फिर मंदिर के लिए लकड़ी के इस्तेमाल को हरी झंडी दे दी गई। राम मंदिर निर्माण के लिए जरूरी गोल लकड़ी और चूरा की आपूर्ति गढ़चिरौली जिले के आलापल्ली के जंगल से की जाएगी|

गढ़चिरौली जिले के अलापल्ली के जंगलों में बहुमूल्य सागौन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। जंगल से सागौन चंद्रपुर जिले के बल्लारसा डिपो में भेजा जाता है और वहां से बेचा जाता है। यह पूरा काम फॉरेस्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ महाराष्ट्र के जरिए होता है। मंदिर के लकड़ी के शानदार दरवाजे तराशे जाएंगे।

29 मार्च को भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा: ग्रेड 3 सागौन सबसे अच्छा है। यह गुणवत्ता वाला सागौन केवल अलापल्ली के जंगलों में पाया जाता है, इसलिए पूरी दुनिया में इसकी मांग है। मंदिर के लिए 1855 घन फीट लकड़ी अलापल्ली से बल्लारपुर डिपो पहुंचेगी। उसके बाद 29 मार्च को शोभायात्रा निकाली जाएगी।

राम नाम जप की पुस्तिका : नवनिर्मित अयोध्या राम मंदिर के लिए मुनगंटीवार की पहल पर बल्लारपुर से भेजी गई लकड़ी (सागौन) का 29 मार्च को लोकार्पण किया जाएगा| पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि चंदा क्लब मैदान में शाम को प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर द्वारा भक्ति संगीत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा|
यह भी पढ़ें-

cancellation candidature: राहुल की सदस्यता जाते ही धारा 8 (3) को SC में चुनौती       

Exit mobile version