गैंगस्टर अनिल दुजाना मुठभेड़ में ढेर, कई मामलों में मोस्ट वॉन्टेड था

60 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है।

गैंगस्टर अनिल दुजाना मुठभेड़ में ढेर, कई मामलों में मोस्ट वॉन्टेड था

मेरठ में गेंगस्टर अनिल दुजाना को एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। कुख्यात अनिल दुजाना के मेरठ में भोला झाल पर सक्रिय होने की पुख्ता जानकारी होने के बाद एसटीएफ ने उसे चारों ओर से घेर लिया। पुलिस पर फायरिंग करते हुए वह फरार होने की कोशिश कर रहा था। लेकिन इसी बीच पुलिस की गोली लगने से उसकी मौत हो गई। ये जानकारी यूपी एसटीएफ प्रमुख आईपीएस अमिताभ यश की तरफ से सामने आई है।

अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर गांव का रहने वाला था। दुजाना पर 62 से ज्यादा केस दर्ज हैं, जबकि, दुजाना की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 75 हजार रुपए का इनाम रखा था। गैंगस्टर अनिल दुजाना पर 18 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीनों पर कब्जा, और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में 62 मुकदमें दर्ज हैं। यूपी पुलिस ने दुजाना पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लगाया था। वहीं हाल ही में पुलिस की ओर से गौतमबुद्ध नगर में जो गैंगस्टर्स की लिस्ट सामने आई थी। उसमें इसका नाम भी शामिल था।

बता दें कि सुंदर भाटी पर एके 47 से अनिल दुजाना ने ही फायरिंग करवाई थी। अनिल दुजाना ने अपने साथियों के साथ मिलकर गाजियाबाद के भोपुरा इलाके में एक फार्महाउस में सुंदर भाटी पर उसके साले की शादी में हमला किया था, जिसमें उसका साथ गैंगस्टर रणदीप ने भी दिया था। इस हमले में सुंदर भाटी तो बच निकला था लेकिन तीन लोग मारे गए थे। उसके बाद साल 2014 में सुंदर भाटी गैंग ने बदला लेने के लिए अनिल दुजाना के घर पर हमला किया था, जिसमें अनिल दुजाना का भाई जय भगवान की मौत हो गई थी। पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ। उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दे दी थी।

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