नार्थ कोरिया लड़कियों के लिए बना कब्रगाह? इसलिए प्लेजर ग्रुप में डाला   

अधिकारियों को खुश करने के लिए बनाया गया है प्लेजर ग्रुप

नार्थ कोरिया लड़कियों के लिए बना कब्रगाह? इसलिए प्लेजर ग्रुप में डाला    

NORTH KOREA

 नार्थ कोरिया का प्लेजर ग्रुप लड़कियों के लिए कब्रगाह है। प्लेजर ग्रुप में एक बार शामिल हो जाने के बाद इन लड़कियों की जिंदगी नरक हो जाती हैं। ये लड़कियां वापस अपनी पुरानी जिंदगी में नहीं लौट सकती हैं। इसी से आप समझ सकते हैं कि इन लड़कियों का किस तरह से इस्तेमाल किया जाता है। बताया जा रहा है कि नार्थ कोरिया में अधिकारियों को खुश करने केलिए प्लेजर ग्रुप बनाया गया था। इसके बाद से यह परम्परा आज तक जारी है। इसमें सबसे कम उम्र की लड़कियों का सलेक्शन किया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इन लड़कियों पर शुरू से ही नजर रखी जाती है और बाद में जब ऐसा लगता है कि ये लड़की प्लेजर ग्रुप के लिए सही है तो  उसे प्लेजर ग्रुप में डाल दिया जाता है।
गौतलब है कि प्लेजर ग्रुप की लड़कियों का मुख्य काम ही मनोरंजन करना। जब ये प्लेजर ग्रुप में डाल दी जाती हैं तो वे अपनी पुरानी जिंदगी में नहीं लौट सकती। इसकी वजह यह है कि अगर ये लड़किया वापस आ गई तो सेना या देश का सीक्रेट बाहर आ जाएगा। इसलिए ये लड़कियां आम जिंदगी नहीं जी सकती। बताया जाता है कि नार्थ कोरिया के टॉप अधिकारियों के मनोरंजन के लिये यह प्लेजर ग्रुप बनाया गया है। जिसमें नाबालिग लड़कियों को रखा जाता है। इसे सेक्स पार्टी भी कहा जाता है। इसे नॉर्थ कोरियन भाषा में किप्पोमजे कहा जाता है।
प्लेजर ग्रुप में 2000 लड़किया होती हैं। जिनकी उम्र 13 से लेकर 30 साल तक होती है। इसके बाद इनकी ट्रेनिंग होती है। बताया जाता है कि उन्हें हां कहने के लिए विशेष तौर पर तैयार किया जाता है। ये लड़कियां हां के अलावा ना नहीं बोल सकती हैं।किम जोंग इस ग्रुप को प्लेजर स्क्वायड बोलता है। इन लड़कियों का चयन आर्मी के टॉप अधिकारी करते हैं। यह भी देखा जाता है कि ये लड़कियां स्वस्थ्य हैं। यह परंपरा किंग जोंग के दादा ने शुरू की थी। इन लड़कियों  को तीन ग्रुप में  बांटा जाता है।
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