गुरु दत्त की जयंती पर आईएएनएस को दिए एक खास इंटरव्यू में करुणा दत्त ने कहा- दादी मुंबई में ही रहती थीं, लेकिन दोनों अलग-अलग घरों में रहते थे।
फिर जब उनसे पूछा गया कि क्या अलग होने के बाद उन्होंने एक-दूसरे को खत लिखे थे? तो करुणा ने बताया, “गुरु दत्त अपने करियर की शुरुआत में जब भी मुंबई से बाहर किसी स्क्रिप्ट पर काम करने या लोकेशन देखने जाते थे, तो गीता दत्त को खत लिखा करते थे।
हिंदी सिने के मेथड एक्टर और शानदार फिल्मकार के तौर पर गुरु दत्त को जाना जाता है। 1940 और 1950 के दशक में सक्रिय रहे। वह अपनी कई मशहूर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, जैसे ‘प्यासा’, ‘साहिब बीबी और गुलाम’, ‘चौदहवीं का चांद’, ‘मिस्टर एंड मिसेज 55’, और भी कई। गुरु दत्त की मौत 39 साल की उम्र में हो गई थी।
उन्होंने गीता दत्त से ‘बाजी’ फिल्म के सेट पर मुलाकात की थी और बाद में उनसे शादी की।
हाल ही में, गुरु दत्त के 100वें जन्मदिन के अवसर पर उनकी छह फिल्मों—जिनमें ‘प्यासा’, ‘बाजी’, ‘चौदहवीं का चांद’, और ‘मिस्टर एंड मिसेज 55’ शामिल हैं—को रीस्टोर कर देशभर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया है।



