चीन का अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रिसर्च शिप ‘युआन वांग 5’ मंगलवार को श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पहुंचा। भारत ने श्रीलंकाई बंदरगाह में जहाज के रुकने पर आपत्ति जताई थी। भारत का कहना है कि जासूसी की संभावना है। श्रीलंका ने भारत की आपत्ति के चलते चीन से जहाज के आगमन पर रोक लगाने को कहा था। हालांकि बाद में श्रीलंका ने शनिवार को जहाज के आने की इजाजत दे दी।
इस जहाज में उन्नत तकनीक उपग्रहों, अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों को ट्रैक करने में सक्षम बनाती है। जहाज स्थानीय समयानुसार सुबह 8:20 बजे श्रीलंका के दक्षिणी स्थित हंबनटोटा बंदरगाह पर पहुंचा। वह 22 अगस्त तक इसी बंदरगाह में रहेंगे। जहाज के 11 अगस्त को यहां पहुंचने की उम्मीद थी।
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