सवा पांच किमी तक निकलने वाली सबसे बड़ी हनुमान ध्वजा यात्रा भिखारीपुर से संकटमोचन मंदिर तक पहुंची। इसमें 21 फीट की गदा के साथ ही अयोध्या से मंगाई गई 700 गदा भी शामिल रही।
आठ राज्यों से 300 से अधिक हनुमान भक्त ध्वजा लेकर चले तो नजारा देखने लायक रहा। 30 हजार से अधिक भक्तों की भीड़ हुई। एक लाख से अधिक हनुमान ध्वजा शामिल रहीं।
हनुमान प्राकट्योत्सव पर शनिवार को हनुमान मंदिरों में विविध आयोजन हो रहे हैं। संकटमोचन मंदिर में विशेष पूजन अर्चन के साथ ही तीन दिवसीय अनुष्ठान शुरू हुआ। बैठकी श्रृंगार, रुद्राभिषेक, आरती और पूजन हुआ।
सुबह से श्रीरामचरित मानस का पाठ, श्रीसीताराम संकीर्तन, रामार्चा पूजन, वाल्मिकी रामायण का सुंदरकांड पाठ हो रहा। रामकृष्ण मिशन के कीर्तन मंडलियों का संकीर्तन और रामायण मंडलियों की ओर से श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ हो रहा है। वहीं 13 से 15 अप्रैल तक सार्वभौम रामायण सम्मेलन होगा।
श्रीहनुमत सेवा समिति की ओर से भिखारीपुर से सुबह सात बजे हनुमान ध्वजा यात्रा निकाली गई। संस्था के अध्यक्ष रामबली मौर्य ने बताया कि सवा पांच किमी यात्रा निकाली गई। 5100 ध्वज संकटमोचन में चढ़ाए गए। जबकि एक लाख से अधिक ध्वज शामिल रहे। ध्वजा यात्रा में शामिल होने के लिए सात स्थानों से यात्राएं निकाली गईं।
हनुमान जनमोत्सव के पावन अवसर पर काकेमल अखाड़ा पशुपतेश्वर चौक में हनुमानजी का दिव्या झांकी और जन्मोत्सव हरियाली श्रृंगार किया गया। भोर में बाबा को गंगा जल से स्नान कराया गया। इसके बाद सिंदूर, चमेली का तेल मिलाकर बाबा को चोला चढ़ाया और तुलसी, गुलाब, चमेली डौना के माला-फूलों से बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया। उनको मिष्ठान, फल, फूल व अनेक प्रकार के प्रसाद भोग लगाए गए। इसके बाद आरती उतारी गई।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि “आज काशी में बाबा विश्वनाथ की नगरी में हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। हम 25 साल से लगातार ये कार्यक्रम कर रहे हैं। हम सब देशवासियों, प्रदेश वासियों और काशी वासियों के लिए मंगल कामना करते हैं।