27 C
Mumbai
Sunday, September 8, 2024
होमक्राईमनामाकनाडा में हिंदू मंदिरों पर खालिस्तानियों का हमला!

कनाडा में हिंदू मंदिरों पर खालिस्तानियों का हमला!

कहा जाता है जस्टिन ट्रुडो और उनकी पार्टी भले ही लोकशाही, और सार्वजनिक सुरक्षा की बात करता हों पर असल में खालिस्तानी संगठनों के कार्यक्रमों के लिए मदद करता है। खालिस्तानी आतंकवाद इससे पहले भी कनाडा को कनिष्क एयरलाइन बॉम्बिंग से चोट पहुंचा चूका है...

Google News Follow

Related

कनाडा में पिछले कुछ समय से लगातार हिंदू मंदिरों पर हमलें हो रहें है। सोमवार (22 जुलाई ) को एडमंट में फिर एक बार मंदिर पर हमला कर तोड़फोड़ की, साथ ही मूर्ति और पोस्टरों को फाड़ बदसुलूकी की है। घटना के बाद कनाडा स्थित हिन्दुओं में भय और चिंता का माहौल है।

कनाडा के एडमंट में तोड़फोड़ के साथ दीवारों पर भित्तिचित्र अर्थात ग्रैफिटी बनाई गई है। इस घटना का कनाडा में विश्व हिन्दू परिषद ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। विश्व हिन्दू परिषद् ने कनाडा के प्रशासन से इस घटना में संलिप्त दोषियों पर कारवाई करने और बढ़ते एक्सट्रिमिस्ट विचारधारा पर लगाम लगाने की मांग की है। कनाडा के विश्व हिंदू परिषद् ने अपने एक्स’ अकाउंट से इस घटना की जानकारी दी है।

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद खालिस्तान समर्थकों की भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ गई हैं।  यह पहली बार नहीं है कि खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिरों को निशाना बनाया है, इससे पहले भी वे कई बार कनाडा में मंदिरों में तोड़फोड़ कर चुके हैं। इसबार खालिस्तानियों ने BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर हमला किया है।

आपकों बता दें की, दुनियाभर में कनाडा की सरकर द्वारा खालिस्तानी संगठनों को प्रोत्साहन, सुरक्षा और मदद की चर्चा है। कहा जाता है की कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और उनकी पार्टी भले ही लोकशाही, और सार्वजनिक सुरक्षा की बात करता हों पर असल में खालिस्तानी संगठनों के कार्यक्रमों के लिए मदद करता है। खालिस्तानी आतंकवाद इससे पहले भी कनाडा को कनिष्क एयरलाइन बॉम्बिंग से चोट पहुंचा चूका है, जिसमें सबसे ज्यादा कनाडाई नागरिक थे। कहा जा रहा है, सत्ता में बने रहने के लिए कनाडाई सरकार खालिस्तानी संघटनों को खुली छूट दे रही है, जिस वजह से भारत और कनाडा के संबंधों में भी खटास आई है।

हिन्दू मंदिरों पर हमले:

  • पिछले साल मिसिसॉगा में राम मंदिर में तोड़फोड़ करने और उस पर भारत विरोधी नारे लिखने की घटना हुई थी।  इस घटना के बाद टोरंटो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इस घटना पर विरोध दर्ज कराया था। दूतावास ने इस मामले में दोषियों को सख्त सजा देने की भी मांग की।
  • जनवरी में ब्रैम्पटन में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। इस मंदिर की दीवारों पर भारत के खिलाफ नारे लिखे हुए थे।
  • सितंबर में, टोरंटो के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में कनाडाई खालिस्तानी आतंकवादियों ने तोड़फोड़ की थी।

यह भी पढ़ें-

Budget 2024: नीतीश और नायडू को मोदी सरकार का ‘रिटर्न गिफ्ट’, दो राज्यों के लिए घोषणाओं की बारिश!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,399फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
176,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें