जूते मारने की बात करने वाली BSP को कैसे आई ब्राह्मणों के सम्मान की याद?

जूते मारने की बात करने वाली BSP को कैसे आई ब्राह्मणों के सम्मान की याद?

file photo

प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि कभी ‘तिलक- तराजू और तलवार…’ का नारा देने वाली पार्टी सिर्फ सियासी फायदे के लिए कर ब्राह्मण सम्मेलन कर रही है,पहले ब्राह्मणों को जूते मारने की बात करने वाली पार्टी को अचानक कैसे उनके सम्मान की याद आ गई है, उन्होंने कहा है कि सिर्फ सियासी फायदे के लिए ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं, इसके जरिए हिंदुओं को जातियों में बांटने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा है कि जाति के नाम पर सम्मेलन करना गलत है।

इससे हिंदू समाज अलग-अलग वर्गों में बंटेगा और कमजोर होगा, महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि ब्राह्मण समाज के लोग बुद्धिजीवी हैं उन्हें अपने नफे नुकसान का ठीक से अंदाजा भी है, बसपा और सपा समेत कोई भी अन्य पार्टी उन्हें कतई बरगला नहीं सकती है। ब्राह्मणों को पता है कि उन्हें कहां वोट करना चाहिए । महंत ने कहा है कि जातीय आधार पर हो रहे राजनीतिक सम्मेलनों को लेकर चुनाव आयोग को भी संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने सम्मेलनों पर फौरन रोक लगाये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि साधु संत और आरएसएस हिंदू समाज को एकजुट करने में लगे हुए हैं. जबकि सियासी पार्टियां उन्हें जातियों में बांट कर अपना हित साधने में लगी हैं।

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