बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं| जमुई जिले के सिकंदरा में भीमराव अंबेडकर जयंती में शामिल होने आए मांझी ने लोगों को संबोधित करते हुए भगवान राम पर ही सवाल उठा दिए| उन्होंने कहा कि राम कोई भगवान नहीं हैं|
उन्होंने कहा कि वह रामायण लिखने वाले वाल्मीकि और तुलसीदास को मानते हैं, पर राम को नहीं जानते| वे यहीं नहीं रुके| उन्होंने आगे कहा कि राम भगवान थोड़े ही थे, वे तो तुलसीदास और बाल्मीकि रामायण के पात्र थे| उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पूजा पाठ करने से कोई बड़ा नहीं होता| उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों को पूजा पाठ करना बंद कर देना चाहिए|
हम राम को नहीं मानते ये कहना हैं बिहार में भाजपा के सहयोगी @jitanrmanjhi का जो अंबेडकर जयंती के बहाने अपने पुराने बयान को फिर दोहराया @ndtvindia @Anurag_Dwary pic.twitter.com/DXNX7Qf7ed
— manish (@manishndtv) April 15, 2022
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन मांझी द्वारा इससे पहले भी विवादित बयान दिया जा चुका है| अपने विवाद बयान से मांझी हमेशा चर्चा और समाज के एक विशेष वर्ग को निशाना बनाते आ रहे है|
ब्राह्मणों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो ब्राह्मण मांस और शराब पीते हैं, झूठ बोलते हैं| ऐसे ब्राह्मणों से दूर रहना चाहिए| उनसे पूजा पाठ नहीं कराना चाहिए| आप लोग पूजा पाठ करना बंद कर दीजिए| उन्होंने कहा कि शबरी के झूठे बेर को राम ने खाया था| अंबेडकर जयंती को लेकर सिकंदरा के हम पार्टी के विधायक प्रफुल्ल मांझी ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था|
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