गुरुवार,1 नवंबर को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में ब्राह्मण प्रोफेसरों के केबिन पर “परिसर छोड़ो और शाखा में लौटो” के नारे लिखे गए थे। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के परिसर में ब्राह्मण प्रोफेसरों के केबिन पर “कैंपस छोड़ो और शाखा में वापस जाओ” के नारे लिखे गए। इसके बाद विवि प्रशासन ने बयान जारी कर इस तरह की घटना की निंदा की है। मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
जेएनयू में डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के बिल्डिंग नंबर दो में विभिन्न ब्राह्मण प्रोफेसरों के कार्यालय के दरवाजे पर इन नारों को स्प्रे-पेंट किया गया है। प्रोफेसर नलिन कुमार महापात्र, राज यादव, प्रवेश कुमार और वंदना मिश्रा के केबिन पर ‘शाखा वापस जाओ’ के नारे को रंग से रंग दिया गया है|
’जेएनयू टीचर्स फोरम’ ने इस घटना के बाद ट्वीट किया और वाम-उदारवादी समूह पर हर विरोध की आवाज को दबाने का आरोप लगाया|यह भी मांग की गई है कि विश्वविद्यालय परिसर में सभी के साथ समान व्यवहार किया जाए।
जेएनयू में ब्राह्मण विरोधी नारों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हैशटैग ‘ब्राह्मण लाइव मैटर’ ट्रेंड कर रहा है। भाजपा से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी संगठन (एबीवीपी) ने इसके लिए वामपंथी छात्र संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि विश्वविद्यालय सबके लिए है| साथ ही शिक्षकों के कैबिन पर लिखे इन नारों की निंदा की गई है।
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