कभी भारत-पाक की हार-जीत पर टीवी फोड़े जाते थे, अब ‘दिल तोड़े’ जाते हैं   

पाकिस्तान की जीत पर कश्मीर में भारत के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाने पर 6 लोग गिरफ्तार   

कभी भारत-पाक की हार-जीत पर टीवी फोड़े जाते थे, अब ‘दिल तोड़े’ जाते हैं   

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जम्मू /कश्मीर। टी 20 वर्ल्ड कप के मैच में रविवार को भारत पर पाकिस्तान की जीत के बाद कश्मीर के सांबा जिले में कुछ लोगों द्वारा आपत्तिजनक नारे लगाए जाने के बाद छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक वक्त था जब पाकिस्तान की हार पर वहां टीवी को तोड़ दिया जाता था लोग अपनी भावना को उस बेजान टीवी पर निकाल खुश हो लेते थे, लेकिन आज खेल की भावना नहीं है। भारत की जिस हार पर पाकिस्तान इतरा रहा हैं। वह भूल गया कि इससे पहले भारत ही जीतता आया है। आपत्तिजनक नारे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।  वहीं, इस मामले को लेकर महबूबा मुफ़्ती ने सपोर्ट किया है। बता दें भारत की पाकिस्तान के हाथों मिली हार पर भारत में रह रहे एक समुदाय के कुछ लोगों ने जश्न मनाया। जिस पर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने भी कड़ी आपत्ति जताई है।

 भारत के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए: इस वीडियो को लेकर सांबा जिले में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन किए। वीडियो में दिखाई देता है कि एक खास समुदाय के 24 से अधिक लोग भारत के खिलाफ पाकिस्तान क्रिकेट टीम की जीत का जश्न मना रहे हैं और रविवार रात को उन्होंने आपत्तिजनक नारे लगाए। सांबा की उपायुक्त अनुराधा गुप्ता ने कहा, ‘‘इस संबंध में छह लोगों को हिरासत में लिया गया है और जांच चल रही है।
घाटी में कई स्थानों पर जश्न मनाए:
दो मेडिकल कॉलेजों के छात्रों के खिलाफ अवैध गतिविधियां (रोकथाम) कानून (यूएपीए) के तहत दो मामले दर्ज किए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यहां कर्ण नगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज और शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान श्रीनगर (एसकेआईएमएस) सौरा के छात्रावासों में रहने वाले छात्रों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कर्ण नगर और सौरा पुलिस थानों में यूएपीए के तहत दो मामले दर्ज किए गए हैं। भारत के खिलाफ पाकिस्तान की जीत का घाटी में कई स्थानों पर जश्न मनाए जाने संबंधी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। यह मैच रविवार को दुबई में हुआ था। पाकिस्तान की जीत के बाद कई स्थानों पर पटाखे छोड़े गए थे। इस बीच, जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से यूएपीए के तहत लगाए गए आरोपों को मानवीय आधार पर रद्द किए जाने का अनुरोध किया था।
महबूबा मुफ्ती ने सपोर्ट किया: संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता नासिर खुएहामी ने एक बयान में कहा कि छात्रों के खिलाफ यूएपीए के तहत लगाए गए आरोप कड़ी सजा हैं, जिससे उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा और ”उन्हें और भी अलगाव में डालेगा। उन्होंने कहा, ”हम उनके कृत्य को उचित नहीं ठहरा रहे हैं, लेकिन इससे उनका करियर समाप्त हो जाएगा। इन आरोपों का छात्रों के शैक्षणिक जीवन एवं भावी करियर पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।” वहीं, महबूबा मुफ्ती ने इनका सपोर्ट किया है। गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा था कि पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के लिए कश्मीरियों के खिलाफ इतना गुस्सा क्यों है?  उन्होने कहा कि आइए, इसे विराट कोहली की तरह सही भावना से लें, जिन्होंने सबसे पहले पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को बधाई दी थी। महबूबा के इस ट्वीट के बाद कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना ने मुफ़्ती को तालिबानी मानसिकता वाला बताया है।

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