भारतीय सेना ने फायर फाइटर्स की भर्ती प्रक्रिया में बड़े बदलाव की घोषणा की है। इस संबंध में भारतीय सेना ने एक विज्ञापन जारी किया। इस विज्ञापन के अनुसार सेना भर्ती के लिए तीन चरण होंगे। परीक्षा क्रमशः कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, फिजिकल फिटनेस टेस्ट और मेडिकल टेस्ट तीन चरणों में आयोजित की जाएगी।
पिछली भर्ती प्रक्रिया के अनुसार सबसे पहले उम्मीदवारों का फिजिकल फिटनेस टेस्ट लिया जाता था। इसके बाद उनका मेडिकल परीक्षण किया गया। उसके बाद अंतिम चरण में उम्मीदवारों को सीईई यानी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट यानी लिखित परीक्षा देनी होती थी। अब भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। नए बदलाव के मुताबिक सबसे पहले लिखित परीक्षा कराई जाएगी। इसके बाद फिटनेस टेस्ट होगा। इन दोनों टेस्ट के बाद मेडिकल टेस्ट होगा।
अब तक 19,000 फायरमैन भारतीय सेना में शामिल हो चुके हैं। जबकि मार्च के पहले हफ्ते में 21 हजार फायरमैन को सेना में शामिल किया जाएगा। उसके बाद 40 हजार फायरमैन को सेना के लिए चुना जाएगा। इस बार नई भर्ती प्रक्रिया लागू की जाएगी। इसका मतलब है कि आने वाले 40,000 अग्नि वीर नई भर्ती प्रक्रिया से गुजरेंगे और भारतीय सेना में शामिल होंगे।
भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि भर्ती के लिए आने वाले हजारों उम्मीदवारों की भारी प्रशासनिक लागत और रसद प्रबंधन को देखते हुए भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया गया है।
पहले की प्रक्रिया के अनुसार बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग की गई थी। इससे प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा था। साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था। भर्ती के दौरान बड़ी संख्या में चिकित्सा कर्मी भी मौजूद रहते हैं। नई भर्ती प्रक्रिया भर्ती बैठकों की लागत को बहुत कम कर देगी। साथ ही प्रशासनिक और लॉजिस्टिक का बोझ भी कम होगा।
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