रुश्दी पर हमला: गंवा सकते हैं अपनी बाईं आंख, लीवर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त  

मुंबई में जन्मे और बुकर पुरस्कार विजेता सलमान रुश्दी की किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' ईरान में 1988 से प्रतिबंधित है। क्योंकि कई मुसलमान इसे ईशनिंदा मानते हैं।

रुश्दी पर हमला: गंवा सकते हैं अपनी बाईं आंख, लीवर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त  

Deadly attack on famous writer Salman Rushdie

भारतीय मूल के ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक सलमान रुश्दी पर शुक्रवार रात वेस्ट न्यूयॉर्क में जानलेवा हमला किया गया। इस हमले में रुश्दी  बुरी तरह घायल हो गए थे। रुश्दी पर यह हमला तब हुआ जब वे वेस्ट न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे, एक व्याख्यान से पहले उन पर चाकू से हमला किया गया था। इस घटना के बाद रुश्दी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि इस हमले में  रुश्दी अपनी बाई आंख खो सकते हैं। चाक़ू लगने से उनका लिवर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। फिलहाल रुश्दी को वेंटिलेटर पर रखा गया है।

मुंबई में जन्मे और बुकर पुरस्कार विजेता सलमान रुश्दी की किताब ‘द सैटेनिक वर्सेज’ ईरान में 1988 से प्रतिबंधित है। क्योंकि कई मुसलमान इसे ईशनिंदा मानते हैं। दिवंगत ईरानी नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी ने रुश्दी को उनकी मौत के लिए पुरस्कृत करने के लिए एक फतवा जारी किया। रुशी की हत्या करने वाले को 30 लाख डॉलर के इनाम की घोषणा की गई थी।

सलमान रुश्दी एक विवादास्पद लेखक हैं और उन्हें पहले भी कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रुश्दी जैसे ही लेक्चर देने के लिए स्टेज पर पहुंचे, एक शख्स ने उन्हें धक्का देना शुरू कर दिया| शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि इस शख्स के हाथ में चाकू जैसा धारदार हथियार था| उसने रुश्दी पर चाकू से हमला कर दिया। हमले के बाद रुश्दी को एयर एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है और हमले के कारणों की जांच की जा रही है|

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