निफ्टी बैंक 98.85 अंक या 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,321.20 स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 123.75 अंक या 0.21 प्रतिशत की बढ़त के बाद 59,799.95 स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 13.35 अंक या 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,259.15 स्तर पर था।
बाजार के जानकारों ने कहा, “जैसे-जैसे साल खत्म हो रहा है, मार्केट का स्ट्रक्चर मुश्किल होता जा रहा है। ब्रॉडर मार्केट में भारी बिकवाली देखी जा रही है क्योंकि वैल्यूएशन बहुत अधिक हो गया था और केवल लिक्विडिटी की वजह से ऊंचे बने हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा, “एक बड़ी चिंता भारत-अमेरिका की ट्रेड डील को फाइनल होने में देरी है। कल अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणी कि अमेरिका में चावल डंप करने के लिए भारत पर कार्रवाई होनी चाहिए, इससे सेंटीमेंट प्रभावति हुए। हालांकि, फंडामेंटल भारत के पक्ष में बने हुए हैं। आने वाली तिमाही में हाई ग्रोथ और कॉरपोरेट अर्निंग हासिल की जा सकती है।”
इस बीच सेंसेक्स पैक में एमएंडएम, टाटा स्टील, ट्रेंट, अदाणी पोर्ट्स, टीएमपीवी, एचसीएल टेक और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप गेनर्स थे। वहीं, बजाज फ़ाइनेंस, भारती एयरटेल, टाइटन, इटरनल और सनफार्मा टॉप लूजर्स थे।
एशियाई बाजारों में बैंकॉक, जकार्ता और सोल हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। वहीं, जापान, चीन और हांग कांग लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे।
अमेरिकी बाजार आखिरी कारोबारी सत्र में मिलेजुले रहे। डाउ जोंस 0.38 प्रतिशत या 179.03 अंक की गिरावट के बाद 47,560.29 पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 9 दिसंबर को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 3,760.08 करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) इस कारोबारी दिन शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 6,224.89 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की।
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