NEET परीक्षा का पेपर लीक मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की है कि हर कोई जानता है कि यह पेपर कैसे लीक हुआ, इस पर भी कई बातें निर्भर करती हैं|कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर परीक्षा का पेपर बड़े पैमाने पर लीक हुआ तो हमें परीक्षा दोबारा आयोजित करने का निर्देश देना होगा|यूजीसी-नीट पेपर लीक मामले में दायर विभिन्न याचिकाओं पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई और इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट ने कई सवाल उठाए|
सुप्रीम कोर्ट ने वास्तव में क्या कहा?: मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा, हर कोई जानता है कि पेपर लीक हुआ था| हालांकि, यह देखना भी जरूरी है कि पेपर कैसे लीक हुआ। साथ ही, अगर पेपर सोशल मीडिया के माध्यम से लीक हो जाता है, तो हमें परीक्षा दोबारा आयोजित करने का निर्देश देना होगा। हालांकि, अगर केवल दो-तीन छात्रों ने ही कुछ गलत किया है, तो पूरी परीक्षा रद्द नहीं की जा सकती। चीफ जस्टिस ने यह भी टिप्पणी की कि यह 23 लाख छात्रों के भविष्य का सवाल है|
एनटीए-सीबीआई को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश: इस सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया| NEET परीक्षा का पेपर कब लीक हुआ था? पेपर लीक की तारीख और वास्तविक परीक्षा के बीच सही समय क्या था? सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अगली सुनवाई से पहले इस संबंध में हलफनामा दाखिल करें। साथ ही इस मामले में सीबीआई ने अब तक क्या कार्रवाई की है? सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में जानकारी पेश करने का भी निर्देश दिया|
अगली सुनवाई गुरुवार को: इस बीच, मामले की अगली सुनवाई अब गुरुवार 11 जुलाई को होगी| इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए और सीबीआई को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है|
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