इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने शुक्रवार (8 अगस्त) तड़के एक महत्वपूर्ण फैसले में गाजा सिटी पर सैन्य कब्जे को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) गाजा सिटी पर नियंत्रण की तैयारियां करेगी, साथ ही युद्ध क्षेत्र से बाहर रहने वाले नागरिकों को मानवीय सहायता भी सुनिश्चित की जाएगी।
गाजा में पहले ही दसियों हज़ार फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं, जैसा कि खुद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वीकार किया है। गाजा सिटी फिलहाल कुछ बचे हुए इलाकों में से एक है जहां से इजरायल ने फिलिस्तीनियों को अभी तक पूरी तरह बेदखल नहीं किया है। ऐसे में इस अभियान से हज़ारों लोग विस्थापित होने की आशंका है।
गुरुवार (7 अगस्त) को कैबिनेट बैठक से पहले नेतन्याहू ने स्पष्ट किया था कि इजरायल गाजा पर सैन्य नियंत्रण करेगा, लेकिन उसे औपचारिक रूप से कब्जा या ‘एनेक्स’ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि हम गाजा को न तो हमास को सौंपेंगे, न ही फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) को। इसके बजाय इसे किसी अरब शक्ति को सौंपने की योजना है जो न तो इजरायल के लिए खतरा बने और न ही गाज़ावासियों के लिए जीवन कठिन बनाए।
नेतन्याहू ने कहा, “हम गाजा में घुसेंगे ताकि हमारी सुरक्षा सुनिश्चित हो, हमास को समाप्त करें। लेकिन हम इसे अपने पास नहीं रखेंगे। हम एक सुरक्षा घेरे की व्यवस्था करेंगे और फिर इसे ऐसी अरब शक्तियों को सौंप देंगे जो गाज़ा को स्थिरता और विकास दे सकें।”
गौरतलब है कि इजरायली सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एयाल ज़ामिर ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि गाजा के हर हिस्से पर कब्जा करने की योजना से उन 20 बंधकों की जान को ख़तरा हो सकता है जो अभी तक ज़िंदा माने जा रहे हैं। इसके बावजूद सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा सिटी के कब्जे के पक्ष में निर्णय लिया, हालांकि नेतन्याहू की पूर्ण योजना पर स्पष्ट सहमति नहीं बन पाई।
गाजा में लगातार बढ़ रही भुखमरी और मानवीय संकट को लेकर इजरायल को वैश्विक स्तर पर तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र, रेड क्रॉस और अन्य एजेंसियों के अनुसार दर्जनों लोगों की मौत भूख और कुपोषण से हो चुकी है। हाल के हफ्तों में खाद्य वितरण केंद्रों पर हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं। फिलिस्तीनी पक्ष का आरोप है कि ये हमले इजरायली सेना द्वारा किए जा रहे हैं।
पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें इजरायली सैनिकों को UN सहायता काफिले का इंतजार कर रहे फिलिस्तीनियों पर गोली चलाते हुए देखा गया। एपी समाचार एजेंसी के अनुसार, बीते 24 घंटों में गाजा में 42 लोगों की मौत हुई है।
गाजा सिटी पर कब्जे की मंजूरी के साथ इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध का नया चरण शुरू होता दिख रहा है।अब देखना होगा कि क्या अरब देशों या वैश्विक संस्थाओं से इस पर कोई ठोस प्रतिक्रिया या हस्तक्षेप आता है।
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