इसरो ने प्रज्ञान का वीडियो शेयर : ”बच्चा और मां चंदोमामा के आंगन में खेल रहे हैं…”

भारत के चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारकर इसरो ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। पिछले महीने 14 जुलाई को इसरो का चंद्रयान-3 चंद्रमा की ओर रॉकेट से रवाना हुआ था। 40 दिनों की यात्रा के बाद यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर उतरा। विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतर गया। इसके बाद 'विक्रम' लैंडर से 'प्रज्ञान' रोवर बाहर आया और वहां शोध करना शुरू कर दिया है।

इसरो ने प्रज्ञान का वीडियो शेयर : ”बच्चा और मां चंदोमामा के आंगन में खेल रहे हैं…”

ISRO shares video of Pragyan's spin, says, "Child and mother playing in Chandomama's courtyard..."!

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने पिछले हफ्ते चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया था। भारत के चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारकर इसरो ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। पिछले महीने 14 जुलाई को इसरो का चंद्रयान-3 चंद्रमा की ओर रॉकेट से रवाना हुआ था। 40 दिनों की यात्रा के बाद यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर उतरा। विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतर गया। इसके बाद ‘विक्रम’ लैंडर से ‘प्रज्ञान’ रोवर बाहर आया और वहां शोध करना शुरू कर दिया है। चंद्रयान 3 के चंद्रमा पर उतरने के बाद से विक्रम लैंडर के माध्यम से चंद्रमा की विभिन्न जानकारी, तस्वीरें और वीडियो हमारे पास आते रहे हैं।

विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के जरिए इसरो को मिलने वाली कई तस्वीरें और वीडियो इसरो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहा है। पिछले कुछ दिनों में विक्रम और प्रज्ञान ने चंद्रमा की सतह, गड्ढों और मिट्टी की तस्वीरें बेंगलुरु स्थित इसरो के मुख्यालय को भेजी हैं। साथ ही इसरो को चांद पर तापमान की भी जानकारी मिल गई है|

इसी बीच आज इसरो ने एक वीडियो शेयर किया है| इस वीडियो में प्रज्ञान रोवर जगह-जगह चक्कर लगाता नजर आ रहा है| इस वीडियो को शेयर करते हुए इसरो ने बताया कि सुरक्षित मार्ग की तलाश में रोवर को घुमाया गया। प्रज्ञान रोवर के इस चक्कर का वीडियो विक्रम लैंडर पर लगे इमेजर कैमरे से शूट किया गया है। इसरो ने कहा कि इस वीडियो को देखने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे कोई बच्चा चांदोमामा के आंगन में खेल रहा हो और मां प्यार से देख रही हो, क्या आपको भी ऐसा ही लग रहा है?

इसरो ने दी चंद्रमा पर तापमान की जानकारी: चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा पर तापमान की जानकारी दी है। विक्रम लैंडर मॉड्यूल पर ‘चेस्ट’ पेलोड द्वारा मापी गई चंद्र सतह पर तापमान भिन्नता का एक ग्राफ हाल ही में जारी किया गया है। पेलोड पर तापमान मापने के लिए एक उपकरण लगाया गया है, जो सतह से 10 सेमी नीचे जाने में सक्षम है।

इसरो द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘चंद्र सरफेस थर्मो फिजिकल एक्सपेरिमेंट’ ने चंद्रमा की सतह पर तापमान के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए दक्षिणी ध्रुव की सतह पर मिट्टी की जांच की। इसकी जानकारी इसरो ने ट्विटर पर दी है| इस जानकारी के मुताबिक, चंद्रमा पर तापमान कभी-कभी शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे और कभी-कभी 70 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। इसरो ने बताया कि तापमान मापने के लिए इसमें 10 सेंसर लगाए गए हैं।

‘प्रज्ञान’ ने चांद पर ढूंढी ऑक्सीजन: इस बीच, चंद्रयान-3 मिशन में इसरो को बड़ी कामयाबी मिली है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर ऑक्सीजन सहित कुछ तत्व पाए गए हैं। ‘प्रज्ञान’ रोवर पर लेजर-प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी (एलआईबीएस) उपकरण ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर यथास्थान माप किया। तभी ये खोज हुई है| ‘प्रज्ञान’ रोवर ने अपने शोध के दौरान चंद्रमा की सतह पर सल्फर (एस) का पता लगाया है। तो वहीं इसरो ने कहा है कि हाइड्रोजन (H) की खोज की जा रही है|

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