देश में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणियों के बाद जिस तरह से विभिन्न राज्यों में विरोध-प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं हुई है उस पर जमात उलमा ए हिंद ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मदनी और ओवैसी जैसे सब घड़ियाली आंसू बहाने वालों को जिम्मेदार बताया है|
जमात उलमा ए हिन्द के अध्यक्ष मौलाना शोएब कासमी ने कहा कि देश के अधिकतर मुस्लिम संगठन सिर्फ 20 करोड़ मुसलमानों की बात करते हैं| ये लोग 135 करोड़ भारतीयों की कभी भी बात नहीं करते हैं| उन्होंने अपने आप को मुसलमानों का रहनुमा कहने वालों से पूछा कि 10 जून को पुरे देश में जिस तरह से धरना – प्रदर्शन और हिंसा शुरू हुआ था वह किस एजेंडे के तहत किये गए|
वही, जमात उलमा ए हिन्द के महसचिव कारी जलील चिश्ती ने कहा कि हमारा मकसद तमाम नफरतों को दूर करना है| जो लोग 20 करोड़ की बात करता हैं और उनको बहकाते हैं वे राष्ट्रवादी नहीं हैं| इस वतन से मोहब्बत करना हमारा ईमान है|
मुसलमानों का हितैषी कहने वाले मदनी और ओवैसी पर भड़कते हुए शोएब कासमी ने कहा कि अन्याय करने वाले भी यही हैं, लुटेरे भी यही हैं|देश के अंदर और बाहर की ताकतें मिलकर देश के खिलाफ काम कर रही हैं|आम मुसलमानों को मरने के लिए छोड़ दिया|हम किसी भी हिंसा के पक्ष में नहीं हैं| इस्लाम मे लिखा हुआ है कि हिंसा कितना बड़ा जुर्म है|
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