जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने शनिवार को कहा कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू होने से एक सप्ताह पहले यात्रा के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सुविधाओं में जरूरी सुधार किये गये हैं| जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी के कारण प्रशासन को अमरनाथ यात्रा और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष सावधानी बरतने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है|
जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जैन ने जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की, जहां यात्रा जा रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा पर किसी भी आतंकवादी हमले को विफल करने के लिए उच्च स्तर की सतर्कता जरूरी है|
उधर, श्रीनगर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ‘राजभवन’ से टेलीविजन प्रणाली के माध्यम से अमरनाथ की पहली पूजा में भाग लिया| 29 जून को यात्रा शुरू होने के बाद देशभर में श्रद्धालुओं के लिए टेली विजुअल दर्शन की व्यवस्था की जाएगी| उन्होंने बताया कि इसके लिए मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की गयी है| उन्होंने कहा कि सभी धर्मों ने हमेशा इस यात्रा का समर्थन किया है|
यह यात्रा 52 दिनों तक चलेगी और दो मार्गों से गुजरेगी. यात्रा दो मार्गों से होती है| अनंतनाग जिले में नुनवान-पहलगाम का 48 किमी लंबा पारंपरिक मार्ग और गांदरबल में 14 किमी लंबा छोटा लेकिन खड़ी चढ़ाई वाला मार्ग है।
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