झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक और बड़ी साजिश को विफल कर दिया है। पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों के सीमावर्ती जंगलों में चलाए गए संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने 14 शक्तिशाली आईईडी, देसी हैंड ग्रेनेड, अमोनियम नाइट्रेट पाउडर, बारूदी पदार्थ और विस्फोटक सामग्री रखने वाले स्टील कंटेनर बरामद किए। बम निरोधक दस्ते की सहायता से इन सभी विस्फोटकों को मौके पर ही सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया गया।
चाईबासा पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु और अनल अपने दस्ते के साथ कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय हैं और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के आधार पर 19 जुलाई से चाईबासा और सरायकेला-खरसावां पुलिस, झारखंड जगुआर तथा सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन ने संयुक्त सघन तलाशी अभियान शुरू किया।
20 जुलाई को टोकलो और कुचाई थाना क्षेत्र के जंगलों में इस ऑपरेशन के दौरान उपरोक्त विस्फोटक सामग्री की बरामदगी हुई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, समय रहते कार्रवाई कर एक बड़ी घटना को टालने में सफलता मिली है।अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के ऑपरेशन लगातार जारी रहेंगे ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा कायम रखी जा सके। उल्लेखनीय है कि यह पहली बार नहीं है जब कोल्हान क्षेत्र में इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए हों।
इससे पहले भी 4 जुलाई को टोकलो थाना क्षेत्र में 30 आईईडी बरामद किए गए थे। वहीं 1 जुलाई को टोंटो थाना अंतर्गत हुसिपी जंगल में 18 हजार डेटोनेटर पकड़े गए थे। 18 जून को भी चितपिल जंगल से 14 आईईडी बरामद किए गए थे।लगातार हो रही इन बरामदगियों से स्पष्ट है कि नक्सली तत्व बड़े पैमाने पर किसी बड़ी साजिश की तैयारी में थे, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता से बार-बार उनकी योजना नाकाम हो रही है। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है।
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