झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले की पुलिस और सुरक्षा बलों ने जंगल-पहाड़ से घिरे इलाके में हथियारों का जखीरा जब्त किया। इस दौरान नक्सलियों के एक कैंप को ध्वस्त कर दिया गया। पुलिस और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से लगाए गए 10-10 किलोग्राम क्षमता वाले दो आईईडी भी डिफ्यूज कर दिए गए।
एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि यह कार्रवाई जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के हुसिपी जंगल में हुई है, जहां नक्सल डंप से एक देशी पिस्टल, दो कार्बाइन, एक राइफल, दस किलो का आईईडी, 58 डेटोनेटर समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं। विस्फोटक और हथियार सुरक्षाबलों को टारगेट करने के उद्देश्य से डंप में छिपाकर रखे गए थे।
बताया गया है कि भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ते के सदस्यों के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय हैं। उनके खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है।
इसके पहले 24 फरवरी को भी टोंटो थाना क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों का एक कैंप ध्वस्त किया था और इस दौरान अमेरिका में निर्मित एम-16 राइफल सहित 10 हथियार और 500 से अधिक गोलियां बरामद की गई थीं।
1 मार्च को चतरा जिले में पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के सेकेंड सुप्रीमो आक्रमण गंझू को उसके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया था और उसकी निशानदेही पर 9 एमएम के तीन पिस्टल, यूएस निर्मित एम-16 एआई राइफल, एक एसएलआर राइफल, प्वाइंट 315 बोर की दो देसी राइफल, 7.62 एमएम की तीन देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा के अलावा, पांच हजार से ज्यादा गोलियां, कई मैगजीन, सात मोबाइल, एक गाड़ी सहित कई सामान बरामद किए थे।
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