एक विशेष सीबीआई अदालत ने कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को बेनकाब करना जरूरी है, जो एक बड़े रैकेट का हिस्सा था। अस्पताल में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। इस मामले में संजय घोष को 10 सितंबर तक सीबीआई की हिरासत दी गई है और उनकी सुरक्षा के लिए 12 सीबीआई अधिकारी और 25 सीआरपीएफ जवान मौजूद थे| ऐसी स्थिति में भी उन पर दो बार हमले की कोशिश की गई|
कोर्ट रूम के अंदर प्रदर्शनकारी महिला वकीलों ने जहां संदीप घोष के पर हमला किया, वहीं बाहर प्रदर्शनकारियों ने उनके सिर पर हमला करने की भी कोशिश की। संदीप घोष को भ्रष्टाचार के एक मामले में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था| इसके अलावा घोष के सुरक्षा गार्ड अफसर अली खा (44), आरजी कर अस्पताल के सेल्समैन बिप्लब सिंघा (52), मां तारा ट्रेडर्स के मालिक सुमन हाजरा (46) को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्हें भी 10 सितंबर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया है।
संदीप घोष के खिलाफ सीबीआई दफ्तर और कोर्ट में नारेबाजी: सीबीआई के वकील रामबाबू कनौजिया ने कोर्ट को बताया कि चारों आरोपी इस बड़े रैकेट का हिस्सा थे| इसमें और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है| यह एक बड़ा रैकेट है, इसकी जांच होनी चाहिए|’ दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जब संदीप घोष और अन्य बंदी सीबीआई कार्यालय से बाहर आये तो निज़ाम पैलेस स्थित सरकारी कार्यालयों और निजी कार्यालयों के कर्मचारी सड़क पर जमा हो गये थे|उन्होंने पीड़ितों को चोर बताते हुए उन्हें न्याय दो के नारे लगाए।
अलीपुर में प्रदर्शनकारियों की एक बड़ी भीड़ उनका इंतज़ार कर रही थी|वहां भी उनके खिलाफ नारे लगाए गए|सीबीआई की एक टीम उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत कक्ष तक ले गई। साथ ही, प्रदर्शनकारियों को बाहर रखने के लिए पहली मंजिल पर अदालत कक्ष की ओर जाने वाला मुख्य दरवाजा भी बंद कर दिया गया था।
वकीलों ने की पिटाई: जैसे ही संदीप घोष कोर्ट रूम में दाखिल हुए, महिला वकीलों ने उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया| कुछ ने जूते भी पहने थे।इस दौरान संदीप घोष समेत तीनों का चेहरा ढका हुआ था|तो वकीलों के एक समूह ने हंगामा खड़ा कर दिया और उनके चेहरे बेनकाब करने की मांग की|करीब 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। उसके बाद 4. 05:00 बजे कोर्ट की कार्यवाही शुरू हुई|
अस्पताल के अपराधों का दायरा: सरकारी कर्मचारियों से अवैध पैसे लेने के आरोप में सीबीआई ने चारों पर मामला दर्ज किया है|भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, धोखाधड़ी के खिलाफ धारा 420, आपराधिक साजिश के लिए धारा 120, जाली दस्तावेज बनाने के लिए धारा 467 के तहत मामला दर्ज किया गया है।सीबीआई के वकील कनौजिया ने कहा है कि इस अपराध का दायरा बहुत बड़ा है|उन्होंने यह भी कहा कि यह बेहद गंभीर अपराध है और आरोपियों की 10 दिन की सीबीआई हिरासत की मांग की|हमें और सबूत जुटाने की जरूरत है|सीबीआई ने कोर्ट से कहा कि जांच के दौरान कुछ और अपराध सामने आ सकते हैं|
जमानत अर्जी खारिज: इस बीच, संदीप घोष के वकील जोहेब रउफ ने जमानत की मांग की| “संदीप घोष ने अब तक जांच में सहयोग किया है और सोमवार को गिरफ्तार होने पर वह सीबीआई कार्यालय भी गए थे। उन्हें हर दिन समन भेजा जाता था| वह पूछताछ के लिए मौजूद रहे हैं| रऊफ़ ने कहा, “उन्हें घर में नजरबंद रखने के अनुरोध पर विचार किया जाना चाहिए।” इसके अलावा तीन अन्य ने जमानत के लिए आवेदन किया था। हालांकि, उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई|
सुनवाई के बाद प्रदर्शनकारियों ने की पिटाई: सुनवाई के बाद उन्हें कोर्ट से बाहर लाया गया| इसके बाद भी प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया|पुलिस को सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के दस जवान और बुलाने पड़े|इससे पहले कि संदीप घोष सीबीआई की गाड़ी में चढ़ते, प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने उनके सिर के पीछे से पिटाई की।
रेप केस की भी हो जांच: सीबीआई ने उन्हें वित्तीय धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है।लेकिन प्रदर्शनकारियों की मांग है कि एक युवा डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले में उनकी जांच की जानी चाहिए|
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