अडानी ग्रुप में निवेश को लेकर एलआईसी प्रमुख का बड़ा बयान

एलआईसी चेयरमैन एम. आर कुमार ने कहा एलआईसी के शेयर खरीदने वालों और पॉलिसीधारकों के लिए घबराने की कोई बात नहीं है।

अडानी ग्रुप में निवेश को लेकर एलआईसी प्रमुख का बड़ा बयान

Hindenburg report: State Bank, LIC are in big trouble because of Adani!

अमेरिका में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। टैगलाइन “जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी” के साथ, एलआईसी बीमा कंपनी पर लाखों भारतीयों का भरोसा है। इसलिए लोग अपनी मेहनत की कमाई एलआईसी में पॉलिसी में लगाते हैं। लेकिन एलआईसी ने इन लोगों के पैसे को अडानी समूह की कंपनियों में निवेश किया। जिस पर विरोधियों ने पिछले कुछ दिनों में काफी आलोचना की थी।

कांग्रेस ने देश भर में एलआईसी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया। अब भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी की ओर से अदानी ग्रुप में निवेश को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। एलआईसी चेयरमैन एम. आर कुमार ने बिजनेस टुडे से बात करते हुए कहा, ‘एलआईसी पॉलिसीधारकों और एलआईसी शेयरधारकों के लिए घबराने की कोई बात नहीं है। उन्हें अपने निवेश के बारे में निश्चिंत रहना चाहिए।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट को 24 जनवरी को सार्वजनिक किया गया था। उसके बाद अडानी समूह को भारी कर्ज देने के लिए एलआईसी और एसबीआई की काफी आलोचना हुई थी। इस पृष्ठभूमि में एलआईसी के चेयरमैन एम. आर कुमार का बयान अहम है। कुमार ने कहा, ‘एलआईसी के शेयर खरीदने वालों और पॉलिसीधारकों के लिए घबराने की कोई बात नहीं है। उनके लिए एक पैसा भी जोखिम नहीं है। उनके निवेश पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।”

एलआईसी ने अडानी ग्रुप में कितना निवेश किया है, इसकी भी जानकारी सामने आई है। एलआईसी के मुताबिक यह निवेश एक फीसदी से भी कम है और कुल संपत्ति का महज 0.975 फीसदी है। अडानी ग्रुप में दिसंबर के अंत तक एलआईसी के 35,917.31 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। इसमें से 6 हजार करोड़ रुपए कर्ज के रूप में दिखाए गए हैं।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने 7 फरवरी को संसद में कहा था कि एलआईसी ने अडानी समूह सहित विभिन्न कंपनियों में इक्विटी में निवेश किया है। पिछले कुछ सालों में यह निवेश 30,127 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। एलआईसी के मुताबिक, एलआईसी ने अकेले अडानी ग्रुप में दिसंबर 2022 तक 35,917.31 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इसमें इक्विटी और कर्ज दोनों हैं।

हिडेंनबर्ग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने 24 जनवरी, 2023 को अपनी रिपोर्ट जारी की और अडानी समूह से 88 सवाल पूछे। इसके बाद अडानी ग्रुप को जबरदस्त झटका लगा। इससे अडानी समूह को लाखों करोड़ का नुकसान हुआ। अडानी के शेयरों में भारी गिरावट आई। जिसका असर एलआईसी के शेयरों पर पड़ा। और एलआईसी के शेयरों में भी गिरावट आई।

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