वाराणसी से चोरी की गई 100 साल पुरानी मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को गुरुवार को भारत लाया गया। यह प्रतिमा 18 वीं शताब्दी की बताई जा रही है। इस प्रतिमा की भव्य यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में स्थापित की जाएगी। गुरुवार को बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉर्डन आर्ट में पूजा अर्चना की। इस प्रतिमा में एक हाथ कटोरी और एक चम्मच देखा जा सकता है।
1913 में काशी से चुरा ली गई थी: प्रतिमा को 18 वीं शताब्दी का बताया जा रहा है। प्रतिमा 1913 में काशी के एक घाट से चुरा ली गई थी, इसे कनाडा ले जाया गया। यहां पर यह मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना विश्वविद्यालय के संग्रह का भाग थी। इस मूर्ति की वसीयत 1936 में नॉर्मन मैकेंज़ी द्वारा करवाई गई और गैलरी के संग्रह से जोड़ा गया था। इस दौरान दिल्ली में कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री हरिदीप सिंह पुरी और मिनाक्षी लेखी ने मां अन्नपूर्णना की वंदना की। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि शामिल हुए। मूर्ति को अब दिल्ली से अलीगढ़ ले जाया जाएगा। वहां से 12 नवंबर को कन्नौज ले जाया जाएगा और 14 नवंबर को अयोध्या पहुंचेगी। अंत में, यह 15 नवंबर को वाराणसी पहुंचेगी जहां उचित अनुष्ठान के बाद इसे उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ मंदिर में रखा जाएगा।
एक समय था जब भारत की परंपराएं टूटे हुए घड़े के समान रिसरिस कर देश के बाहर जा रही थी और आज उसको मरम्मत और मज़बूत करके वापस संजोने का काम हो रहा है:मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से वापस भारत आने और मूर्ति को उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपने पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी pic.twitter.com/UjYePbZjED
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 11, 2021
कलाकार ने इसे पहचाना: यह मामला उस समय सामने आया, जब इस साल गैलरी में एक आगामी प्रदर्शनी की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान कलाकार दिव्या मेहरा ने इसे पहचान लिया। उन्होंने इस मुद्दे को उठाया और सरकार को इससेअवगत कराया। रेजिना विश्वविद्यालय के अंतरिम अध्यक्ष व कुलपति थॉमस चेस ने यह मूर्ति भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को सौंपी। यह प्रतिमा 11 नवंबर को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को सौंपने के बाद पुनर्स्थापना यात्रा के माध्यम से मां अन्नपूर्णा का 18 जिलों में भक्तों को दर्शन कराया जाएगा।
सीएम योगी प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे: इसके बाद ये 14 नवंबर को काशी पहुंचेगी। अगले दिन (15 नवंबर) देवोत्थान एकादशी के खास मौके पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नवीन परिसर में सीएम योगी आदित्यनाथ पूरे विधि-विधान से प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे। मां अन्नपूर्णा की मूर्ति की ऊंचाई 17 सेंटीमीटर, चौड़ाई 9 सेंटीमीटर और मोटाई 4 सेंटीमीटर है। मां अन्नपूर्णा की मूर्ति ईशान कोण में विराजित होगी।
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