मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में 60 से अधिक गायों और बैलों की हत्या के संदेह में पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार किए गए लोगों में से आठ नागपुर के हैं। पुलिस ने कहा कि नागपुर में धार्मिक तनाव बढ़ाने की साजिश रची गई थी|इनमें मुख्य आरोपी वाहिद खान के खिलाफ ‘रासुका’ के तहत मामला दर्ज किया गया है|
सिवनी जिले के पिंडारी गांव के पास वैनगंगा नदी में 18 गायों के शव मिले|इसी जिले में 19 और 20 जून को धूमा थाना क्षेत्र के ककरतला वन क्षेत्र में 28 गायों और बैलों के शव मिले थे|इसके बाद सिवानी जिले में ही गाय-बैलों के और भी शव मिले। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पुलिस ने इस मामले में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है|आरोपियों को पैसे के बदले गाय और बैल की हत्या करने का काम सौंपा गया था। यह भी पाया गया कि इस अपराध में स्थानीय लोग शामिल थे|
अधिकारी ने बताया कि चूंकि यह धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने के इरादे से किया गया था, इसलिए राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा इसकी निगरानी की जा रही थी|पुलिस को इन अमानवीय कृत्यों में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है।
जांच के दौरान, पुलिस ने शुरुआत में मध्य प्रदेश मवेशी वध रोकथाम अधिनियम, 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत मामला दर्ज किया। जानकारी के अनुसार पुलिस ने वाहिद खान और उसके छह साथियों को गिरफ्तार किया है|जांच के दौरान पता चला कि नागपुर के एक शख्स इसरार अहमद ने वाहिद खान को बड़ी रकम देने के बदले में प्रतिबंधित मवेशियों की हत्या मारने के लिए कहा था|
पुलिस अधिकारी ने कहा कि इसरार और उसके साथी 17 जून को सिवानी पहुंचे और काम करने के लिए सना-उर-रहमान, अब्दुल करीम और रफीक खान को पैसे भी दिए। पुलिस ने इस मामले में इसरार को भी गिरफ्तार कर लिया है| पिछले सप्ताह गाय-बैलों के शव मिलने के बाद यह आशंका जताई गई थी कि तस्करों ने उनकी हत्या कर दी है| जबलपुर के पुलिस महानिरीक्षक अनिल सिंह कुशवाह ने कहा कि इसरार ने वाहिद खान को 30,000 रुपये का भुगतान किया था|
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