Mahakumbh 2025: पीएम मोदी ने साझा की महाकुंभ की दिव्य व अलौकिक छवि!

महाकुंभ 2025 सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन है। आज महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान है। आज करीब 1.75 लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। संख्या बढ़ेगी| लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित इंतजाम किए गए हैं।

Mahakumbh 2025: पीएम मोदी ने साझा की महाकुंभ की दिव्य व अलौकिक छवि!

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महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। संगम पर डुबकी के लिए कड़ाके की ठंड की चिंता किए बिना देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। विदेशी भक्त भी महाकुंभ पहुंच रहे हैं। कुंभ मेला क्षेत्र दिव्य सजावट और भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महाकुंभ दिव्य व अलौकिक छटा की छवि को साझा करते हुए कहा कि भक्ति और अध्यात्म का अद्भुत संगम| साथ हुई उन्होंने देशवासियों को मकर संक्रांति महापर्व पर महाकुंभ में प्रथम अमृत स्नान में शामिल सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन किया।

 उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि हमने प्रयागराज में रहने वाले लोगों के लिए उचित व्यवस्था की है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 60 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। 

पूरे क्षेत्र को गूगल के माध्यम से नेविगेट किया जा रहा है। यूपीआई यानी सक्षम भुगतान प्रणाली लागू की गई है। साथ ही एआई यानी सक्षम टूल का उपयोग किया जा रहा है। ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो। हमने किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी व्यवस्था कर रखी है। सभी अधिकारी अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं।

महाकुंभ में लोक गायिका मालिनी अवस्थी भी पहुंची हैं। जहां उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के अवसर पर जब हम सभी ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई, तो यह अहसास अद्भूत था। बच्चे और बुजुर्ग सभी ने त्रिवेणी में डुबकी लगाकर अत्यधिक उत्साह दिखाया है। पूरे आयोजन का प्रबंधन बेहद अच्छा रहा है।

महाकुंभ मेला 2025 पर यूपी के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा महाकुंभ 2025 सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन है। कल प्रयागराज में संगम में एक करोड़ 62 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। आज महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान है। आज करीब 1.75 लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। संख्या बढ़ेगी| लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित इंतजाम किए गए हैं।

किन्नर अखाड़े के सदस्य शस्त्रों के साथ अपनी परंपराओं का अद्भुत प्रदर्शन करते नजर आए। उनके संदेश ने यह स्पष्ट किया कि समाज के हर वर्ग का उत्थान और कल्याण भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।

किन्नर अखाड़े की सदस्य राम्या नारायण गिरी ने बताया कि अमृत स्नान के अवसर पर प्रत्येक सदस्य ने भारतवासियों की सुख-समृद्धि और देश के कल्याण की कामना की। आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में किन्नर अखाड़े के सभी सदस्यों ने दोपहर में संगम नोज पहुंचकर अमृत स्नान किया। महा संक्रांति के पर्व पर किन्नर अखाड़े ने समाज के कल्याण और उन्नति की कामना की।

प्रयागराज में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि “मैं बेहद खुश हूं क्योंकि मैं सभी आचार्यों के बीच पवित्र डुबकी लगाने वाला पहला व्यक्ति था। मैं राज्य सरकार की व्यवस्थाओं से प्रभावित हूं। उन्होंने यहां इतनी बड़ी भीड़ का सफलतापूर्वक प्रबंधन किया है।” आध्यात्मिक वक्ता जया किशोरी ने कहा कि “यहां आए सभी लोगों की भावनाएं शानदार हैं।  यहां आने वाले हर व्यक्ति को यहां सब कुछ मिलेगा|  शांति, ज्ञान, आध्यात्म और संस्कृति। 

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