प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन स्वतंत्रता के बाद 14 जनवरी से 3 मार्च 1954 में आयोजित किया गया था| तब के प्रदेश सीएम गोविंद बल्लभ पंत ने पैदल और नाव से तीन बार महाकुंभ का आयोजन किया था| इसके बाद से किसी भी मुख्यमंत्री द्वारा महाकुंभ का इतनी बार नहीं किया गया था, लेकिन 13 जनवरी से 22 फरवरी यानि 45 दिनों में प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब तक 12 बार सबसे अधिक महाकुंभ के आयोजन का दौरा किया है| ऐसा करने वाले वे पहले सीएम बन गए हैं|
बता दें कि महाकुंभ का इतिहास तो बहुत प्राचीन हैं। लेकिन आजाद भारत का पहला महाकुंभ 1954 में 14 जनवरी से तीन मार्च तक लगा था। उस वक्त मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पंत थे। वह दो से तीन बार आकर पैदल व नाव से जायजा लेकर गये थे। इसके अलावा कोई अन्य सीएम इतनी बार महाकुंभ में नहीं आया। वही दूसरी ओर जनवरी से लेकर 22 फरवरी तक के 45 दिनों में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 12 बार मेले का दौरा किया। ऐसा करने वाले वह पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को फिर महाकुंभ नगर में आएंगे। अक्टूबर में महाकुंभ का लोगो जारी होने के बाद यह उनका 18वां दौरा होगा। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर करीब ढाई बजे अरैल में उतरेगा। वहां से सेक्टर 21 स्थित सतुआ बाबा के शिविर में जाएंगे। इसके बाद श्री कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती से भेंट करेंगे। और वहां से लखनऊ के लिए रवाना होंगे।
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