नोबेल शांति पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं होंगी मारिया कोरीना माचादो

बेटी करेंगी पुरस्कार ग्रहण

नोबेल शांति पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं होंगी मारिया कोरीना माचादो

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वेनेज़ुएला की प्रमुख विपक्षी नेता और लोकतंत्र तथा मानवाधिकारों की मुखर आवाज मारिया कोरीना माचादो इस वर्ष के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित की गई हैं, लेकिन वह खतरनाक परिस्थितियों के चलते बुधवार को होने वाले मुख्य समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगी। आयोजकों ने पुष्टि की है कि माचादो ओस्लो के लिए रवाना हो चुकी हैं, हालांकि उनका सटीक आगमन समय स्पष्ट नहीं है।

उनकी अनुपस्थिति में उनकी बेटी एना कोरीना सोसा माचादो पुरस्कार ग्रहण करेंगी और उनकी ओर से तैयार किया गया भाषण पढ़ेंगी। नॉर्वेजियन नोबेल इंस्टीट्यूट ने एक बयान में कहा कि माचादो भले ही समारोह तक नहीं पहुँच पाएंगी, लेकिन उनका सुरक्षित होना राहत की बात है। संस्थान ने उनकी यात्रा को “अत्यंत खतरनाक स्थिति में किया जा रहा सफर” बताया और कहा, “हम गहराई से संतुष्ट हैं कि वह सुरक्षित रूप से ओस्लो आ रही हैं।”

इंस्टीट्यूट के प्रवक्ता एरिक ऑसहाइम ने AFP को बताया, “मारिया ओस्लो आ रही हैं, लेकिन हमें यह नहीं पता कि वह कब पहुँचेंगी।” माचादो अगस्त 2024 से छिपकर रह रही हैं, जब राष्ट्रपति निकोला मादुरो के साथ टकराव चरम पर पहुंच गया था।

रिपोर्ट के अनुसार, वेनेज़ुएला के अटॉर्नी जनरल ने चेतावनी दी थी कि 58 वर्षीय माचादो यदि देश छोड़ने की कोशिश करती हैं, तो उन्हें “फरार अपराधी” माना जाएगा। उन्होंने 9 जनवरी को कराकस में समर्थकों के साथ एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद संक्षिप्त हिरासत झेली थी और तब से सार्वजनिक तौर पर दिखाई नहीं दी थीं।

माचादो के प्रति एक मजबूत वैश्विक एकजुटता दिखाते हुए कई लैटिन अमेरिकी देशों के राष्ट्रपति बुधवार के नोबेल शांति पुरस्कार समारोह में शामिल होने पहुंचे। AP की रिपोर्ट के अनुसार उपस्थित नेताओं में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइलई, इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ,पनामा के राष्ट्रपति जोसे राउल मुलिनो, पराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना शामिल थे।

मारिया कोरीना माचादो को लोकतांत्रिक अधिकारों, नागरिक स्वतंत्रताओं और तानाशाही के विरुद्ध उनके संघर्ष के लिए विश्व स्तर पर सराहना मिल रही है, जबकि वे अभी भी अपने ही देश में गंभीर खतरों का सामना कर रही हैं।

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