अडानी ग्रुप को मॉरीशस एक बड़ी खुशखबरी मिली है। मॉरीशस की रेगुलेटर फाइनेंशियल सर्विस कमीशन ने कहा है कि उसे अडानी ग्रुप से जुडी 38 कंपनियों और 11 ग्रुपों के फंडों में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। एक तरह से इस कमीशन ने अडानी ग्रुप को क्लीन चिट दी है। गौरतलब है कि अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग ने अपने रिसर्च में दावा किया था कि अडानी ग्रुप ने अपनी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में हेरफेर के लिए मॉरीशस स्थित शेल कंपनियों का इस्तेमाल किया है।
मॉरीशस की इस नियामक ने कहा है कि इसकी इंटरनल रिपोर्ट को अपने भारतीय समकक्ष के सामने पेश नहीं किया है। बिजनेस स्टैंडर्स के अनुसार,रेगुलेटर फाइनेंशियल सर्विस कमीशन ने कहा है कि अभी तक अडानी ग्रुप से जुडी कंपनियों का शुरूआती आकलन और अन्य ब्योरा देखा गया जिसमें किसी तरह के नियम का उल्लंघन नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि भारतीय बाजार नियामक सेबी अडानी ग्रुप और मॉरीशस की दो फर्मो के बीच संबंधों की जांच कर रहा है।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में भी इस मामले की जांच की जा रही है। ऑस्ट्रेलिया बाजार नियामक ने कहा है कि हम अडानी समूह पर लगाए गए आरोपों की करेंगे कि क्या कुछ पूछना आवश्यक है। ब्रिटेन भी लंदन में स्थित एक कम्पनी और अडानी ग्रुप के बीच संबंध की जांच कर रहा है।
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