मौसम विभाग: फिर झमाझम बारिश, महाराष्ट्र के ‘इन’ जिलों में होगी भारी बारिश?

मौसम विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र के पालघर, पुणे और सतारा जिलों के संबंध में 4 अगस्त के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है| वहीं, ठाणे, मुंबई, रायगढ़, सिंधुदुर्ग और नासिक में भारी बारिश की संभावना के साथ ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है|

मौसम विभाग: फिर झमाझम बारिश, महाराष्ट्र के ‘इन’ जिलों में होगी भारी बारिश?

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राज्य में एक बार फिर भारी बारिश की वापसी देखी जा रही है। जबकि पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि भारी बारिश कुछ हद तक कम हो गई है, लेकिन अब फिर से राज्य के कुछ जिलों में भारी बारिश की मार देखने को मिल रही है। मौसम विभाग की ओर से मुंबई, ठाणे शहरों में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और मौसम विभाग की ओर से भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है| इस बीच अगले 24 घंटों में राज्य के कुछ जिलों में बारिश की तीव्रता बढ़ेगी और कुछ जिलों के लिए रेड अलर्ट और कुछ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है| राज्य के अधिकांश जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है|

मौसम विभाग ने शनिवार को महाराष्ट्र के कई इलाकों में रविवार तक भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है| मौसम विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र के पालघर, पुणे और सतारा जिलों के संबंध में 4 अगस्त के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है| वहीं, ठाणे, मुंबई, रायगढ़, सिंधुदुर्ग और नासिक में भारी बारिश की संभावना के साथ ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है| मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि पालघर में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है| 

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई है, जिससे 114 सड़कें बंद हो गई हैं| मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य में 7 अगस्त तक भारी बारिश जारी रहेगी| राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, यातायात के लिए बंद की गई सड़कों में से 36 मंडी में, 34 कुल्लू में, 27 शिमला में, आठ लाहौल और स्पीति में, सात कांगड़ा में और दो किन्नौर जिले में हैं|

अधिकारियों के अनुसार 27 जून से एक अगस्त के बीच बारिश की घटनाओं में 77 लोगों की जान चली गई और 655 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है| वहीं, कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर उपमंडल में 31 जुलाई की रात बादल फटने की कई घटनाओं के कारण आई बाढ़ में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई|

वहीं, बादल फटने के बाद लापता 45 लोगों की तलाश शनिवार को भी जारी रही| सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CRSF), हिमाचल प्रदेश पुलिस और होमगार्ड के 410 बचावकर्मी ड्रोन की मदद से तलाश में जुटे हैं|

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