उत्तर प्रदेश के सुदामा की कहानी भगवान कृष्ण की तरह है, जब भगवान कृष्ण के दोस्त सुदामा के पास खाने के लिए कुछ नहीं था तो वह कुछ मुट्ठी चावल लेकर भगवान श्रीकृष्ण से मिलने चल दिए। इसके बाद उन्हें वह सबकुछ मिला जो वह चाहते थे। कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश के सुदामा को जब तीन दिन तक उसके पेट में एक भी निवाला नहीं गया तो वह पुलिस चौकी पहुंच गया। उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने उसके खाने की व्यवस्था की।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें सुदामा मिर्जापुर जिले के चुनार तहसील के इमियाचट्टी पुलिस थाने पहुंचा था और फूट फूटकर रोने लगा था। दहाड़े मारकर रोते देखकर पुलिस अधिकारियों ने जब सुदामा को पास बुलाया और रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह तीन दिन से कुछ भी नहीं खाया है। इतना ही नहीं उसकी मां भी कुछ नहीं खाई जो बीमार है। इसके पुलिस ने सुदामा के लिए खाने पीने की व्यवस्था की।
अब एक दिसंबर को उपजिलाधिकारी भी सात साल के सुदामा के पास पहुंचे और उसे हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि जल्द ही सुदामा को मकान मिलेगा और सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं का भी लाभ मिलेगा। वहीं अब सुदामा का मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना के लिए चयन किया गया है। सुदामा की मदद के लिए सामाजिक संस्थाएं भी सामने आई हैं। एक सामाजिक संस्था ने सुदामा को एक लाख रूपये की मदद की है।बताया जा रहा है कि सुदामा के पिता नारायण गौड़ का तीन साल पहले ही निधन हो गया है। मां मानसिक रूप से बीमार रहती और एक मंदिर में सुदामा अपनी मां के साथ रह रहा था। सरकार द्वारा अब उसके घर पर राशन पहुंचा दिया गया है।
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