नई दिल्ली। पीएम मोदी की मंत्रिपरिषद का विस्तार होने की संभावना है। कोरोना संक्रमण के दौरान कई मंत्रियों का निधन और कई मंत्रियों के पास अतिरिक्त जिम्मेदारियां हैं सरकार की कोशिश है कि इन जिम्मेदारियों को बांटा जाये और काम में आसानी हो, ऐसे कई नेता है जिनका बोझ कम किया जा सकता है अगर इन नेताओं की चर्चा करें तो इसमें प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल , नरेंद्र सिंह तोमर सरीखे कई नेता है जिनके पास दूसरे मंत्रालय भी हैं अगर प्रकाश जावड़ेकर की बात करें तो इनके पास पर्यावरण के साथ- साथ भारी उद्योग है।
पीयूष गोयल के पास वाणिज्य और रेल मंत्रालय के अतिरिक्त उपभोक्ता मामला भी है। ऐसे कई नाम है जिन पर मंत्रालय के कई विभागों का बोझ है। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया को बुलाया जा सकता है। इस विस्तार के जरिये मंत्रियों पर से काम का बोझ करने की योजना है। इस पर चर्चा के लिए कई नेताओं को दिल्ली बुलाया जाना है, सिंधिया भी विदेश यात्रा से लौट आये हैं, इस बार के विस्तार में बिहार में एनडीए में शामिल जनता दल यूनाईटेड ( जदयू) भी शामिल हो सकती है, कैबिनेट और राज्यमंत्री का एक – एक पद इस पार्टी के नेताओं को मिल सकता है, कौन सा पद और किसे कितनी जिम्मेदारी मिलेगी इसी को लेकर चर्चा होनी अभी बाकी है।