मुंबई पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल (ANC) ने 2022 के बहुचर्चित ड्रग तस्करी मामले की जांच को और तेज कर दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब दुबई से हाल ही में डिपोर्ट किए गए मुख्य आरोपी मोहम्मद सुहैल (29) ने पूछताछ के दौरान बॉलीवुड हस्तियों, राजनेताओं, अंतरराष्ट्रीय पार्टी आयोजकों और अंडरवर्ल्ड से जुड़े संभावित कनेक्शनों का खुलासा किया। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल किसी सेलिब्रिटी पर आरोप नहीं लगाए गए हैं और सभी दावों की जांच जारी है।
कांदिया स्ट्रीट निवासी सुहैल ने पुलिस को बताया कि वह भारत और विदेशों में होने वाली हाई-प्रोफाइल ड्रग पार्टियों का ‘कोऑर्डिनेटर’ था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि इन पार्टियों में फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग शामिल होते थे। ANC इन दावों की सत्यता की जांच कर रही है और अभी तक किसी नाम को आधिकारिक रूप से सामने नहीं लाया गया है।
जांच में सामने आया है कि पूरा नेटवर्क कथित रूप से नारकोटिक्स किंगपिन सलीम डोला द्वारा संचालित किया जाता था, जिसके तुर्की में होने की आशंका है। यह सिंडिकेट महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना तक फैला हुआ था। संगली स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में ड्रग्स बनाए जाते थे, जिसका प्रबंधन डोला के करीबी सहयोगी देखते थे। डोला परिवार दुबई से उत्पादन और वितरण का पर्यवेक्षण करता था।
इंटरपोल की मदद से भारतीय एजेंसियों ने पहले UAE में सलीम डोला के बेटे ताहिर डोला और भांजे मुस्तफा कुब्बावाला को हिरासत में लेकर डिपोर्ट कराया था।
12 नवंबर को ANC ने 42 वर्षीय पासपोर्ट एजेंट मोहम्मद शारिब मोहम्मद इक़बाल अंसारी को गिरफ्तार किया। उस पर आरोप है कि वह तस्करों को फर्जी दस्तावेज़ दिलाने में मदद करता था। जांच अधिकारियों के अनुसार, सुहैल ने यह भी स्वीकार किया कि वह फरार आरोपियों के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाने, सप्लायर्स से संपर्क बनाए रखने और ड्रग मुनाफे को हवाला चैनलों के जरिए दुबई भेजने में शामिल था।
ANC अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल इन हाई-एंड पार्टियों को फंड करते थे और क्या शामिल होने वाले सेलिब्रिटीज़ को इसकी जानकारी थी। पुलिस ने सुहैल की पांच दिन की अतिरिक्त कस्टडी मांगी है, ताकि उसके दावों और नेटवर्क की गहराई से जांच की जा सके।
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