मुंबई का कोस्टल रोड प्रोजेक्ट अंतिम चरण में, जानिए इसकी खासियत

इस पूरे 10.85 किलोमीटर लंबे रास्ते पर कार पार्किंग के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। इस रास्ते पर 4 पार्किंग एरिया को बनाया गया है। 

मुंबई का कोस्टल रोड प्रोजेक्ट अंतिम चरण में, जानिए इसकी खासियत

मुंबई के सबसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट्स में से एक कोस्टल रोड प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है। इस प्रोजेक्ट का 70 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो गया है। इस रोड के बन जाने के बाद मरीन ड्राइव से वर्ली तक का सफर महज आठ मिनट में पूरा हो जाएगा, वह भी बिना किसी टोल के। पहला चरण बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से मरीन ड्राइव तक कोस्टल रोड होगा। यह 1 नवंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। कोस्टल रोड प्रोजेक्ट मुंबईकरों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, इसके शुरू होने के बाद मुंबई के लोगों को को ट्रैफिक से भी निजात मिलेगा।

10.85 किलोमीटर लंबी इस कोस्टल रोड प्रोजेक्ट की लागत तकरीबन 12,721 करोड़ है जिसमें से 8429 रोड का इस्तेमाल इस रोड को बनाने में खर्च किया जा चुका है। यह रोड 4 लेन अप एंड 4 लेन डाउन है। वहीं यह रास्ता टर्नल के अंडर 3 लेन का होगा साथ ही इस रास्ते पर 4 लेन में से 1 लेन बीआरटीएस और एम्बुलेंस के लिए ही रखी गई है।

इस रोड की खासियत यह है कि 4 किलोमीटर का आने का रास्ता और 4 किलोमीटर की सुरंग है जिसमें 2 किलोमीटर समुद्र और पहाड़ के नीचे और 2 किलो मीटर रैंप टनल है जो गिरगांव चौपाटी से प्रियदर्शनी पार्क तक है। इस पूरे 10.85 किलोमीटर लंबे रास्ते पर कार पार्किंग के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। इस रास्ते पर 4 पार्किंग एरिया को बनाया गया है।

इस कोस्टल रोड पर एक और खास बात का ध्यान रखा गया है। जहां पर इस 10 किलोमीटर के रास्ते पर 16 अंडर पास बनाए गए हैं जिससे पैदल चलने वाले लोग रास्ते को आसानी से पार कर सकें। इस महामार्ग का काम तेजी से पूर्ण किया जा रहा है और नवंबर 2023 तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। ये साल 2024 तक लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।

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