कागज नहीं दिखाएंगे के बाद चेहरा नहीं दिखाएंगे, मुस्लिम लड़की का बैंक में हंगामा 

कागज नहीं दिखाएंगे के बाद चेहरा नहीं दिखाएंगे, मुस्लिम लड़की का बैंक में हंगामा 

कर्नाटक हिजाब विवाद देश के कोने-कोने में फ़ैल गया है। इस हिजाब विवाद ने धर्मांधों को ऐसा ‘अंधा’ बनाया है कि वे यह देखना भूल गए हैं कि क्या गलत है और क्या सही? यही समुदाय सीएए  आंदोलन के दौरान भी ऐसा ही रुख अपनाया था। उस समय यह समुदाय किसी भी तरह का कागज दिखाने से इंकार कर दिया। एक फिर यह समुदाय वही सब दोहरा रहा है। अब कह रहा है कि चेहरा नहीं दिखाएंगे।

इस संदर्भ बिहार में एक घटना सामने आई है, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह वीडियो बेगूसराय जिले के मैसूर चौक स्थित यूको बैंक का है। जहां शमा तबस्सुम नामक छात्रा पैसे निकालने गई थी, लेकिन, हस्ताक्षर में मिलान नहीं होने की वजह से उसे उतारने को कहा गया। जिस पर यह लड़की बहस करते हुए अपने पिता और भाई को बैंक में बुला लिया। इस बहस असली मुद्दा छूट गया और पानी पी पीकर हिन्दूत्व को गाली देने वालों को एक मौका मिल गया। यहां तक इस विवाद को मुस्लिम लड़की घरवालों ने कर्नाटक हिजाब विवाद से जोड़ने की कोशिश की और इस मामले को थाने में भी ले जाने  की धमकी दी। इस वीडियो  को फेसबुक वायरल करने की धमकी दी।
इस दौरान लड़की के पिता द्वारा बैंक के कर्मचारियों धमकी देते हुए सुना जा सकता है। लड़की का पिता कह रहा है कि यह कर्नाटक से आया है। इसी बैंक से, यहीं से हमारा लेन देन होता था तो कोई परेशानी नहीं हुई, अब ये लोग अब हिजाब उतरने को कह रहे हैं। यह कर्णाटक से आया है। इस बीच लड़की का पिता बैंक कर्मचारियों से सरकार द्वारा निर्देश दिखाने की मांग करता है। जब उसे वीडियो शूट करने से मना किया जाता है तो वह कहता है कि इसे सोशल  मिडिया पर वायरल करेगा।
वहीं, बैंक के मैनेजर रितेश कुमार ने कहा कि जब कैशियर को शमा तबस्सुम के हस्ताक्षर मिलान नहीं हुए तो उन्होंने हिजाब हटाने को कहा ताकि आइडेंटिटी कन्फर्म हो सके। उन्होंने कहा हमारा हिजाब से कोई लेना देना नहीं है। कैशियर ने केवल सही पहचान के लिए हिजाब हटाने को कहा था, लेकिन, उन्होंने इस मामले को बेवजह तूल दे दिया।
ये भी पढ़ें 

एक समान शिक्षा: RTE खिलाफ PIL दायर, HC ने सरकार से मांगा जवाब

CM योगी की अयोध्या में हुंकार, कहा-कसाई को भी पाप नहीं करने देंगे

Exit mobile version