कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद लगातार हो रही हिंसा के बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम मंगलवार को जादवपुर पहुंची। हिंसक घटनाओं की पड़ताल में जुटी आयोग की टीम ने कहा कि उन पर भी हमले किये जा रहे हैं।एनएचआरसी के सदस्य लगातार लोगों से मिल कर रहे हैं। इस टीम को दो दिन ही राज्य का दौरा करना था, लेकिन आयोग की टीम ने उसे अब एक दिन बढ़ा दिया। वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम के एक अधिकारी ने कहा, ‘जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि चुनाव के बाद हुई हिंसा में 40 से ज्यादा घरों को तबाह कर दिया गया। हमें भी यहां गुंडों के हमले झेलने पड़ रहे हैं।’
West Bengal: National Human Rights Commission (NHRC) team that visited Jadavpur to investigate post-poll violence was attacked.”During probe, it has been found that more than 40 houses have been destroyed here. We are being attacked by goons,” says an NHRC official. pic.twitter.com/iTUcBIZ2GU
— ANI (@ANI) June 29, 2021
इस कमेटी के मुखिया एनएचआरसी के सदस्य राजीव जैन हैं, जो लगातार लोगों से मिल रहे हैं और उनकी शिकायतें सुन रहे हैं। इस टीम को शुरुआत में रविवार और सोमवार को ही दौरा करना था, लेकिन लोगों की शिकायतों और बातचीत की रुचि को देखते हुए इस विजिट को एक दिन और बढ़ाते हुए मंगलवार तक करने का फैसला लिया गया था। वहीं, राज्यसभा सांसद स्वपन दास गुप्ता ने एनएचआरसी के सदस्य राजीव जैन को खत लिखकर बंगाल की हिंसा को लेकर चिंता जाहिर की है। दासगुप्ता ने लिखा, ‘मैं आपका ध्यान दिलाना चाहता हूं कि यहां कानून और व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। तारकेश्वर में लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। चुनाव के इतने दिन बाद भी उन पर हमले हो रहे हैं। इसकी वजह कुछ और नहीं है बल्कि उनके राजनीतिक चुनाव के चलते यह किया जा रहा है।’ कोलकाता हाई कोर्ट की ओर से 18 जून को दिए गए आदेश के तहत एनएचआरसी ने 7 सदस्यों की टीम का गठन किया है। रविवार से ही यह टीम पश्चिम बंगाल के दौरे पर है और चुनाव के बाद हुई हिंसा की शिकायतों की जांच कर रही है और पीड़ितों से मुलाकात कर रही है। आपको बता दें कि ममता बनर्जी सरकार ने एनएचआरसी की टीम के गठन का विरोध किया था, लेकिन हाई कोर्ट ने याचिका को खारिज कर 7 सदस्यों की टीम गठित की।