लखनऊ। मंगलवार दोपहर को सीएम योगी उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य के घर पहुंचे तो राजनीति कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। एक अच्छा मौका था एकजुटता का संदेश देने का। मौके का फायदा उठाते हुए सारी अटकलों को दरकिनार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संघ के बड़े नेता सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले डिप्टी सीएम के घर आयोजित भोज में शामिल हुए थे। यह आयोजन केशव प्रसाद के नवविवाहित पुत्र व पुत्रवधू को आशीर्वाद देने के लिए किया गया था। इस मौके का का राजनीतिक हलकों में बड़ा संदेश गया है।
बता दें कि डिप्टी सीएम केशव मौर्य के बेटे का 21 मई को रायबरेली में विवाह हुआ है। कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से इस शादी में सीमित लोगों को आमंत्रित किया गया था। मंगलवार को दोपहर सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल और क्षेत्रीय प्रचारक अनिल कुमार के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विक्रमादित्य मार्ग स्थित डिप्टी सीएम केशव के आवास पर पहुंचे। वहां सभी ने केशव के बेटे व पुत्रवधु को आशीर्वाद दिया और भोज किया। केशव के घर हुई इस बड़ी पहल के बाद भाजपा प्रदेश मुख्यालय में योगी मंत्रिपरिषद की बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी, पूर्व वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, पूर्व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल सहित अन्य प्रमुख लोगों को भी आमंत्रित किया गया था। इससे पहले सोमवार को देर शाम मुख्यमंत्री आवास पर हुई कोर कमेटी की बैठक में केशव मौर्य भी शामिल हुए थे। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल के अलावा डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा भी शामिल हुए थे। वहां नेताओं ने चर्चा छेड़ दी कि बेटे का विवाह किया और कोई भोज भी नहीं मिला। लिहाजा, केशव ने सभी को मंगलवार को दोपहर भोज पर आमंत्रित किया। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बुलाया।