भारत ने जापान के ऊपर उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण की निंदा की है। भारत ने कहा है कि इससे जापान समेत पड़ोसी इलाकों की शांति और सुरक्षा को खतरा है। उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल दागे जाने के बाद अमेरिका, इंग्लैंड और फ्रांस ने भी इसका विरोध किया है। उत्तर कोरिया ने पांच साल में जापान पर दागी यह पहली मिसाइल है। मिसाइल मंगलवार सुबह 7:44 बजे जापान के इलाके में प्रशांत महासागर में गिर गई।
इन वर्षों में उत्तर कोरिया ने 24 बार मिसाइल का परीक्षण किया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने सुरक्षा परिषद को बताया कि हमने उत्तर कोरिया द्वारा दागी गई मिसाइल पर ध्यान दिया है। इस घटना पर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने ब्राजील, भारत, आयरलैंड, जापान, नॉर्वे, दक्षिण कोरिया, इंग्लैंड, सऊदी अरब समेत 11 देशों की ओर से संयुक्त बयान जारी किया है| इस प्रक्षेपण ने सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन किया। बयान में कहा गया है कि यह न केवल जापान के क्षेत्र के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी खतरा है।
रुचिरा कंबोज ने मांग की है कि संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया से जुड़े प्रस्तावों को पूरी तरह लागू किया जाए। कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और सुरक्षा स्थापित करना सामूहिक हित में है। काम्बोज ने कहा कि हम प्रायद्वीप पर मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं। भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण का समर्थन करता है।
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