6 अक्टूबर की रात को कराची के जिन्ना आंतरराष्ट्रिय हवाई अड्डे के पास एक बड़े विस्फोट के बाद अफरातफरी हुई। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया था हमलें में चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया है। घटना के बाद, पाकिस्तान में चीनी दूतावास ने एक बयान जारी कर स्वीकार किया कि बम विस्फोट में 2 चीनी नागरिक मारे गए और 1 घायल हो गया।
बता दें की यह बम हमला पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (प्राइवेट) लिमिटेड के कर्मचारिओं के काफिले पर हुआ है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने शुरू में विस्फोट को ‘तेल टैंकर विस्फोट’ बताया। लेकिन बलूच लिबरेशन आर्मी ने इसे फिदायीन हमला बताते हुए जिम्मेदारी ली।
Chinese Embassy in Pakistan issues statement – At around 11 pm on Oct 6, a convoy carrying Chinese staff of Port Qasim Electric Power Company (Private) Limited was attacked near Jinnah International Airport, Karachi; two Chinese died, one Chinese injured & some local… https://t.co/85kEEvpirs pic.twitter.com/KSwg9XTWMh
— ANI (@ANI) October 7, 2024
चीनी दूतावास ने बयान दिया है की, “6 अक्टूबर को रात लगभग 11 बजे, कराची के जिन्ना आंतरराष्ट्रिय हवाई अड्डे के पास पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (प्राइवेट) लिमिटेड के चीनी कर्मचारियों को ले जा रहे एक काफिले पर हमला किया गया; दो चीनी मारे गए, एक चीनी घायल हुआ और कुछ स्थानीय लोग हताहत हुए।”
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बता दें की, चीन के पाकिस्तान के बलूचिस्तान में गतिविधियों से अमेरिका और स्थानिक बलूच नागरिक परेशान है। इसी के कारण चीन को दबाने के उद्देश्य से बलून लड़ाकू चीनियों पर निशाना साधते है। दो साल पहले बलूच लड़कों ने चीनी कर्मचारिओं की बस को निशाना बनाया था, जिसके बाद पाकिस्तान की दुनियाभर में किरकिरी हुई थी। पाकिस्तान में रहने और काम करने वाले चीनी नागरिकों पाकिस्तानी आर्मी ने वीआईपी ट्रीटमेंट देना शुरू किया है, उनकी सुरक्षा के लिए आर्मी काफिलों की तैनाती होती है। दरम्यान ऐसे ही एक काफिले को बलूच स्वतंत्रता सैनानियों ने निशाना बनाने की घटना सामने आयी है।