नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस और यूपी एटीएस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किये गए 6 आतंकियों ने बड़ा खुलासा किया है। इस आतंकियों के निशाने पर दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र समेत छह प्रदेशों के 15 शहर थे। इसके लिए इन्हे ट्रेनिंग दी गई थी और अलग -अलग काम सौपा गया था। गिरफ्तार किये गए आतंकियों ने इन शहरों की रेकी कर बड़े पैमाने पर सीरियल ब्लास्ट करने वाले थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को केंद्रीय खुफिया एजेंसी से इनपुट मिला कि पाक खुफिया इकाई आईएसआई और अंडरवर्ल्ड के गठजोड़ से तैयार किया गया एक मॉड्यूल भारत में बड़े पैमाने पर सीरियल आईईडी ब्लास्ट की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। इसके लिए, सीमा पार के स्रोत अपने नेटवर्क से इन्हें आइईडी की व्यवस्था कर रहे हैं। इनपुट्स के आधार जांच आगे बढ़ी और पुलिस ने दिल्ली के ओखला इलाके में और महाराष्ट्र में इस मॉड्यूल का एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप मे काम करने वाले संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया गया। यूपी और महाराष्ट्र सहित देश के विभिन्न हिस्सों में उनके सहयोगियों पर नजर रखनी शुरू हुई।
कई टीमों को मुंबई में महाराष्ट्र और लखनऊ, प्रयागराज, राय-बरेली, प्रतापगढ़, यूपी में एक साथ तैनात किया गया था। इस तरह से खुफिया इनपुट के आधार पर विभिन्न राज्यों में एक साथ छापेमारी की गई तो पहले अंडरवर्ल्ड ऑपरेटिव जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया को राजस्थान के कोटा को उस वक्त दबोचा गया जब वह दिल्ली जा रहा था। वहीं ओसामा को दिल्ली के ओखला से, मोहम्मद अबू बकर को दिल्ली के सराय काले खां से, जबकि जीशान को यूपी के इलाहाबाद से गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा मोहम्मद आमिर जावेद को यूपी के लखनऊ से और मूलचंद उर्फ साजू उर्फ लाला को यूपी के रायबरेली से पकड़ा गया था। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने दो टीम बनाई थी। जिसे अनीस इब्राहिम लीड कर रहा था। दूसरी टीम का काम भारत में त्योहारों के मौके पर देश भर में ब्लास्ट के लिए शहरों को चिन्हित करना था. इनकी योजना दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में बम ब्लास्ट की थी। रामलीला और नवरात्रि के कार्यक्रम टारगेट पर थे।