भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अगुवाई में हुए ‘दिल्ली रीजनल सिक्योरिटी डॉयलॉग’ से पाकिस्तान को मिर्ची लग गई। इस बैठक में पाकिस्तान और चीन शामिल नहीं हुए है, जबकि इस बैठक के लिए दोनों देशों को बुलावा भेजा गया था। लेकिन दोनों देशों ने इस बैठक से कन्नी काट ली। अब पाकिस्तान ने भी अफगानिस्तान मुद्दे पर बैठक बुलाई है। पाकिस्तान ने कहा है कि इस मसले पर चर्चा के लिए अमेरिका, चीन, रूस के सीनियर डिप्लोमैट्स की मेजबानी करेगा।पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ ‘ट्रोइका प्लस’ बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट मुताबिक रूस, अमेरिका, चीन और पाकिस्तान के प्रतिनिधि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से भी मुलाकात करेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 10 नवंबर को मुत्ताकी इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं। ये बैठक ऐसे समय हो रही है जब भारत ने अफगानिस्तान मसले पर कई देशों के साथ बातचीत की है। इस बैठक को लेकर पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है।बता दें कि काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से ट्रोइका प्लस की यह पहली बैठक है। इस फॉर्मेट की आख़िरी बैठक अगस्त की शुरुआत में दोहा में हुई थी। रूस द्वारा 19 अक्टूबर को मास्को में एक और बैठक बुलाई गई थी।
लेकिन अमेरिका ने लॉजिस्टिक्स का हवाला देते हुए भाग नहीं लिया था। भारत को ‘दिल्ली रीजनल सिक्योरिटी डॉयलॉग’ से काफी फायदा होने वाला है। विदेशी मामलों के जानकारों का कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि अफगानिस्तान की स्थिति बेहद जटिल है। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत के आपसी तालमेल बढ़ाने की पहल से अफगानिस्तान में चल रहे घटनाक्रमों, सूचनाओं की सीधी और सटीक जानकारी मिल सकेगी।
यह भी पढ़ें