पटना। बिहार के मधेपुरा से पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव को पटना में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.पप्पू यादव पर अमनौर के सीओ ने कोविड-19 के उल्लंघन के मामले में शनिवार को एफआईआर दर्ज की थी.अपनी गिरफ्तारी की जानकारी खुद पप्पू यादव ने एक ट्वीट कर दी। उन्होंने ट्वीट लिखा ‘मुझे गिरफ्तार कर पटना के गांधी मैदान थाना ले आया है.’
ट्वीट में ये लिखा
पप्पू यादव ने एक ट्वीट कर मंगलवार को कहा ”कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं. PM साहब, CM साहब, दे दो फांसी, या, भेज दो जेल. झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं. लोगों को बचाऊंगा. बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा.
ये है आरोप
बता दें कि पप्पू यादव पर आरोप लगाया गया है कि वे लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर अमनौर स्थित विश्वप्रभा सामुदायिक केंद्र परिसर में रखे गए पंचायत एंबुलेंस देखने पहुंचे थे. FIR के मुताबिक पप्पू यादव उर्फ़ राजेश रंजन 7 मई को अपने कार्यकर्ताओं के साथ पंचायत एंबुलेंस देखने आए थे और इस दौरान कोविड नियमों का पालन नहीं किया गया. ये FIR इलाके के सीओ जन कुमार सिंह ने दर्ज कराई है. इसमें ये भी लिखा है कि पप्पू यादव कोरोना महामारी में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए विश्व प्रभा सामुदायिक केंद्र में खड़ी एम्बुलेंस को तोड़ फोड़ की. इसलिए उन पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगाया गया है.
वहीं, सिवान में शहाबुदीन के परिजनों से मिलने जाने के दौरान पप्पू यादव अचानक बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के गांव पहुंच गए थे. यहां उन्होंने दर्जनों एंबुलेंस खड़ी होने का खुलासा करते हुए आरोप लगाया कि कोविड के समय में भी इन एंबुलेंस का यहां खड़ा होना कई सवाल ल्हाड़ा करता है. ये एंबुलेंस सांसद निधि से खरीदी गई थीं. इसके जवाब में रूडी ने कहा था कि ड्राइवर नहीं मिलने की वजह से ये एंबुलेंस यहां खड़ी हैं. इसके बाद पप्पू ने ट्वीट कर कहा था कि वे एक दिन में सभी एंबुलेंस के लिए ड्राइवरों का इंतजाम कर सकते हैं. बताते चले कि कुछ दिन पहले ही शहाबुदीन की कोरोना से मौत हो गई थी।