संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और आज लोकसभा में जोरदार हंगामा देखने को मिला,जब लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी तब दो अज्ञात व्यक्ति दर्शक दीर्घा से हॉल में कूद पड़े। सांसदों की बेंच से कूदकर दो लोग लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी की ओर दौड़ रहे थे|इस समय उसके हाथ में दो डिब्बे थे, जिनमें से पीला धुआँ निकल रहा था। अगर ये धुआं जहरीला होता तो बड़ी तबाही मच सकती थी| साथ ही सुरक्षा के लिहाज से नया संसद भवन इतना कमजोर कैसे है? विपक्षी सांसदों ने भी ऐसा सवाल उठाया है| इस बीच स्पीकर राजेंद्र अग्रवाल ने लोकसभा दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी है|
अगर वह धुआं जहरीला होता तो…: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने सदन में आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा, ”दर्शक दीर्घा से दो लोग लोकसभा हॉल में कूद पड़े| उनके हाथों में डिब्बे थे. उसमें से पीला धुआं निकल रहा था| दोनों में से एक राष्ट्रपति की सीट तक पहुंचने की कोशिश कर रहा था| दोनों कुछ घोषणा कर रहे थे,लेकिन मैं उन्हें समझ नहीं सका,लेकिन दो लोग सुरक्षा व्यवस्था को तोड़कर हॉल में कूद जाते हैं और धुआं छोड़ते हैं, इसे क्या कहें।
नई संसद में भी हमले होना दुर्भाग्यपूर्ण: कांग्रेस लोकसभा नेता सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी सदन में हुई घटना के बारे में बताया| उन्होंने कहा, ”दर्शक दीर्घा से दो लोग संसद में उतरे| उनके हाथ में दो डिब्बे थे, उनमें से धुआं निकल रहा था। हम सांसदों ने मिलकर उन दोनों को पकड़ लिया| तभी सुरक्षा गार्ड अंदर भागे। आज सुबह ही हमने 2001 के हमले को याद किया और शहीदों को सलाम किया| आज नए संसद भवन में भी हमला हुआ| यह सच है कि सुरक्षा में ढिलाई बरती गई|
पत्रकार या दर्शक टैग न करें: संसद में बहुत लोग आते हैं. पत्रकार और आम लोग भी आते हैं,लेकिन उनके गले में कोई टैग नहीं है| लोग वस्तुतः एक-दूसरे को धक्का दे रहे हैं। सरकार को इस पर कोई कदम उठाना चाहिए| अंदर कुछ भी हो सकता था| समाजवादी पार्टी की नेता सांसद डिंपल यादव ने कहा, नए संसद भवन में सांसदों को बेहतर सुरक्षा मिलनी चाहिए।
पहले खंभे से लटकाया और फिर कूद गया: शिवसेना उभाटा गुट के सांसद अरविंद सावंत ने भी आपबीती सुनाई| उन्होंने कहा, तब शून्य काल का कार्य चल रहा था| दो व्यक्ति दर्शक दीर्घा से उठे और सभागार में एक खंभे से लटक गये। कूदने के बाद उनमें से एक ने अपना जूता हटाया, सांसदों ने उसे पकड़ लिया था| एक अन्य को भी इस्मा और सांसदों ने पकड़ लिया। इसी बीच सभागार में पीला धुआं फैल गया। शायद धुआं उस जूते से आ रहा था|
संसद में घुसे दो अज्ञात, कार्यवाही के दौरान सांसदों की बेंच से कूदे, आख़िर हुआ क्या?