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Saturday, December 27, 2025
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पीएलआई स्कीम: इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा उद्योग को मिला 70% से अधिक फंड!

इसने देश के औद्योगिक आधार और हाई वैल्यू वाले निर्यात को बढ़ाने में अहम भूमिका अदा की है। इस योजना की सफलता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के प्रदर्शन में स्पष्ट रूप से दिखती है।

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वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार द्वारा प्रोडक्शन लिंक्ड स्कीम (पीएलआई) के लिए जारी किए गए कुल फंड में से 70 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा उद्योग को मिला है। यह जानकारी आधिकारिक डेटा में दी गई।

डेटा में बताया गया कि वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान योजना के तहत जारी 10,114 करोड़ रुपए में से इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को 5,732 करोड़ रुपए मिले, जबकि फार्मा क्षेत्र को 2,328 करोड़ रुपए प्राप्त हुए।

घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए 2021 में शुरू की गई पीएलआई योजना को शुरू में 14 प्रमुख क्षेत्रों के लिए लॉन्च किया गया था।

इसने देश के औद्योगिक आधार और हाई वैल्यू वाले निर्यात को बढ़ाने में अहम भूमिका अदा की है। इस योजना की सफलता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के प्रदर्शन में स्पष्ट रूप से दिखती है।

विनिर्माण क्षेत्र में मजबूत प्रगति के कारण, इलेक्ट्रॉनिक्स अब भारत की शीर्ष तीन निर्यात श्रेणियों में शामिल हो गया है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस क्षेत्र ने 2024-25 में 32.46 प्रतिशत की अच्छी निर्यात वृद्धि दर्ज की, जिससे शिपमेंट 2023-24 में 29.12 अरब डॉलर से बढ़कर पिछले वित्तीय वर्ष में 38.58 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।

यह वित्त वर्ष 2021-22 में 15.7 अरब डॉलर और वित्त वर्ष 2022-23 में 23.6 अरब डॉलर था।

इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में एक प्रमुख आकर्षण कंप्यूटर हार्डवेयर और पेरिफेरल्स थे, जिनमें 101 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि देखी गई और निर्यात वित्त वर्ष 2025 में 0.7 अरब डॉलर से दोगुना होकर 1.4 अरब डॉलर हो गया।

संयुक्त अरब अमीरात, संयुक्त राज्य अमेरिका, नीदरलैंड, यूनाइटेड किंगडम और इटली भारतीय इलेक्ट्रॉनिक सामानों के शीर्ष गंतव्यों में शामिल थे।

पिछले वित्त वर्ष में फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भी मजबूती जारी रही। भारत की दवाइयां और फार्मास्यूटिकल उत्पाद अब 200 से ज्यादा देशों तक पहुंच रहे हैं।

वित्त वर्ष 2024-25 में फार्मा निर्यात लगभग 10 प्रतिशत बढ़कर 30.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो स्वास्थ्य सेवा और औषधि क्षेत्र में देश की वैश्विक उपस्थिति को दर्शाता है।

नए आंकड़े भारत की विनिर्माण और निर्यात महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने में पीएलआई योजना के बढ़ते प्रभाव की ओर इशारा करते हैं।

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