PM मोदी का कांग्रेस पर हमला: कहा- हम 90 वन उत्पादों पर देते हैं MSP, पर..  

PM मोदी का कांग्रेस पर हमला: कहा- हम 90 वन उत्पादों पर देते हैं MSP, पर..   

पीएम मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश में बिरसा मुंडा की जयंती ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर कहा कि आजादी के बाद देश जिन्होंने सरकार चलाई वह केवल अपने स्वार्थ की राजनीति की। आजादी के दौरान आदिवासियों के योगदान को नकार दिया गया। उन्होंने कहा आदिवासियों के बारे में कुछ जानकारी उपलब्ध कराई गई। बताया भी गया बहुत हद तक कम ही जानकारियों उपलब्ध है। एक तरह से आदिवासियों के अधिकारों से वंचित रखा गया। पीएम मोदी ने भोपाल में 100 रूपये से पुनःनिर्माण किये गए रेलवे स्टेशन रानी कमलापति स्टेशन का उद्घाटन किया।

पीएम मोदी ने कहा कि “पिछली सरकारें चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद आदिवासी समुदायों को पूरी तरह से भूल जाती थीं। वे कल्याणकारी योजनाओं के लिए इस समुदायों को कई दशकों तक इंतजार कराये।  लेकिन हमारी सरकार देश की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार केवल 9-10 वन उत्पादों के लिए एमएसपी देती थी, “लेकिन हमारी सरकार ने इस संख्या को 90 तक ले गई है। बांस की बिक्री के प्रावधान कानूनी पचड़े में फंसे हुए थे। पीएम मोदी ने कहा कि हमने अब इस कानून में बदलाव किया ताकि आदिवासी बांस बेचकर जीविकोपार्जन कर सकें।  उन्होंने कहा कि “मध्य प्रदेश राज्य प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। फिर भी यहां के आदिवासियों की उपेक्षा की गई। हम इन संसाधनों का उपयोग आपके बच्चों को सशक्त बनाने के लिए कर रहे हैं।  उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्य मॉडल स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर पैदा कर रहे हैं। मोदी ने कहा, “शहरों में शिक्षित लोग आदिवासियों से बहुत कुछ सीख सकते हैं।”

इस दौरान मंच पर भाजपा के 104 साल के वयोवृद्ध नेता लक्ष्मीनारायण गुप्ता नन्नाजी  से पीएम मोदी ने मुलाकात की। पीएम मोदी ने उनसे उनका हालचाल और कुशलक्षेम पूछा लक्ष्मीनारायण गुप्ता नन्नाजी ने पीएम मोदी को आशीर्वाद दिया। बता दें कि लक्ष्मीनारायण गुप्ता नन्नाजी वीर सावरकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ हिन्दू महासभा की कार्यकारिणी का सदस्य भी रहे हैं। वह पांच बार विधायक और दोबार कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं।
वहीं, पीएम मोदी ने भोपाल में 450 रूपये से पुनःनिर्माण किये गए रेलवे स्टेशन रानी कमलापति स्टेशन का उद्घाटन किया और उसका निरिक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  चौहान और रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव भी मौजूद थे। बता दें कि इस स्टेशन का नाम पहले हबीबगंज था जिसे बदलकर रानी कमलापति स्टेशन कर दिया गया है। सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड में लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। हरित भवन के रूप में डिज़ाइन किया गया, इस रेलवे स्टेशन में सभी आधुनिक विश्व स्तरीय सुविधाएं हैं जो शारीरिक रूप से विकलांगों के लिए गतिशीलता में आसानी को भी ध्यान में रखती हैं।
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