नई दिल्ली। पीएम मोदी कल यानी बुधवार को कुशीनगर में एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इस संबंध में मंगलवार को संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि इस मौके पर श्रीलंका से आये बौद्ध भिक्षु भी ख़ास अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि श्रीलंका से आने वाला 123 लोगों का प्रतिनिधिमंडल अपने साथ 141 साल बाद भगवान बुद्ध की धातु अवशेष भी भारत ला रहा है।
श्री लंका से आने वाले प्रतिनिधि मंडल में 12 बौद्ध भिक्षु भी शामिल हैं। Waskaduwa मंदिर के मौजूदा महानायक बौद्ध भिक्षुओं का नेतृत्व करेंगे। इसके अलावा इस प्रतिनिधिमंडल में सभी चार निकातस – अशग्रिया, अमारापुरा, रामण्या और मालवात्ता के उपप्रमुख भी मौजूद होंगे। इसके अलावा इस प्रतिनिधि मंडल में श्रीलंका के 5 कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहेंगे। भगवान बुद्ध के धातु अवशेषों को श्रीलंकन एयरलाइन्स विमानों में अलग से सीट दी जाएगी। यह अवशेष सन् 1880 में भारत से ही श्रीलंका गए थे। बताया जाता है कि धातु अवशेष का बौद्ध धर्म में खास महत्व है। मूर्ति पूजा से पहले इसी की पूजा की जाती है।
जहां इसे रखा जाता है उसे धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन अवशेषों को रिसीव करेंगे। इस दौरान सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर सभी अवशेषों का स्वागत महायाना संत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे।
इस एयरपोर्ट से 10 से 15 जिले जुड़ेंगे। वहीं , मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद कुशीनगर में धातु अवशेष के बटवारे को लेकर शिष्यों में विवाद हो गया। ऐसी स्थिति में बुद्ध के एक शिष्य द्रोण ने इस विवाद को टालने के लिए धातु अवशेष को सात हिस्सों में बांट दिया था। जिसके बाद इन हिस्सों दुनिया अन्य जगहों पर भी ले जाया गया।