पीएम मोदी ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो दशकों से शंघाई सहयोग संगठन एशियाई देशों की शांति और समृद्धि के साथ विकास का प्रमुख प्लेटफार्म बना हुआ है। इस मौके पर पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भी निशाना साधा। उन्होंने पाकिस्तान का बिना नाम लिए उसको घेरा। उन्होंने कहा कि सभी देशों को प्रत्येक देशों की संप्रभुता और उसकी सीमा का सम्मान करना चाहिए।
पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता की। जिसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी वर्चुअली शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हम पड़ोसियों को भी परिवार के रूप में देखते हैं। सुरक्षा, आर्थिक विकास, एकता और सम्प्रभुता और पर्यावरण संरक्षण शंघाई सहयोग संगठन के लिए यह हमारे लिए आधार स्तंभ है।
पीएम मोदी ने इस मौके पर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को खूब खरी खोटी सुनाई। उन्होंने पाकिस्तान का बिना नाम लिए हुए कहा कि कुछ देश आतंकवाद को अपने देश की नीति के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद क्षेत्रीय अखंडता और वैश्विक शांति के लिए खतरा है। आतंकवाद के खिलाफ सभी को मिलकर लड़ने की जरुरत है।
पीएम मोदी ने कहा कि जो मुल्क आतंकवाद को अपने मुल्क में नीति की तरह उपयोग करते हैं वही आतंकवादियों को अपने यहां शरण भी देते हैं। इसलिए ऐसे देशों की संगठन को आलोचना करने से गुरेज नहीं करना चाहिए। आतंकवाद के मुद्दे पर दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए।
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